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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शिक्षार्थियों को योग में डिप्लोमा का तोहफा

इलाहाबाद, 20 जून = उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शिक्षार्थियों को योग में डिप्लोमा का तोहफा दिया है। विश्वविद्यालय आगामी जुलाई सत्र से योग में डिप्लोमा एवं थिरैपी, एडवांस डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा कार्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहा है।

कुलपति प्रो. एम.पी दुबे ने बताया कि विश्वविद्यालय ने पूरी दुनिया में योग के बढ़ते महत्व को देखते हुए योग में डिप्लोमा, परास्नातक डिप्लोमा तथा भविष्य में डिग्री कोर्स प्रारम्भ करने के लिए सिलेबस तैयार कर लिया है। इसकी जिम्मेदारी निदेशक स्वास्थ्य विज्ञान विद्याशाखा को दी गयी थी। इसी कड़ी में आगामी सत्र जुलाई 2017-18 से विश्वविद्यालय में योग में डिप्लोमा कार्यक्रम प्रारम्भ किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में अभी योग में प्रमाणपत्र का छह माह का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, योग की महत्ता को देखते हुए इस बार से एक वर्षीय योग में डिप्लोमा, पी.जी डिप्लोमा का कार्यक्रम प्रारम्भ किया जा रहा है। योग प्रशिक्षकों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखकर विश्वविद्यालय ने योग में एडवांस डिप्लोमा कार्यक्रम प्रारम्भ किया है। योग में डिप्लोमा करने वाले शिक्षार्थी योग में एडवांस डिप्लोमा में सीधे लेटरल इण्ट्री से प्रवेश ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि डिप्लोमा कोर्स तत्काल प्रभाव से प्रारम्भ किया जा रहा है, जबकि स्नातक कार्यक्रम यूजीसी की स्वीकृति मिलने के पश्चात प्रारम्भ किया जायेगा। प्रो.दुबे ने कहा कि आज पूरी दुनिया योग के महत्व को समझ चुकी है और जन-जन तक योग के विभिन्न आयामों को पहुंचाने के लिए मुक्त विश्वविद्यालय ने भी अधिक से अधिक लोगों को योग शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया है। इसी क्रम में दो वर्षीय योग में एडवांस डिप्लोमा करने वाले शिक्षाथियों को लेटरल इंट्री के माध्यम से एक वर्ष में योग में स्नातक करने की सुविधा दी जाएगी।

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निदेशक स्वास्थ्य विज्ञान प्रो. गिरिजा शंकर शुक्ला ने बताया कि विश्वविद्यालय ने योग के विभिन्न कार्यक्रमों में स्नातक एवं परास्नातक का सिलेबस तैयार कर विद्या परिषद् एवं कार्यपरिषद् की स्वीकृति के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को भेज दिया है। जिसे इसी सत्र से प्रारम्भ किये जाने की योजना है। प्रो. शुक्ला ने बताया कि योगाभ्यास की दैनंदिनी जीवन में बहुत बड़ी भूमिका है, इसे आज नकारा नहीं जा सकता। व्यक्ति स्वस्थ रहने के लिए आज विभिन्न योग गुरूओं की शरण में जा रहा है। ऐसे में कुशल एवं प्रशिक्षित योग गुरूओं की टीम तैयार करने के लिए मुक्त विश्वविद्यालय ने योग से सम्बधित रोजगारपरक कार्यक्रम प्रारम्भ करने की पहल की है। जिसका लाभ अवश्य ही देश की भावी पीढ़ी को मिलेगा।

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