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खिलाड़ियों के माता-पिता को सम्मानित किया गया

वाराणसी, 02 जून (हि.स.)। सही मायने में खेल ही युवाओं में सद्भाव राष्ट्रवाद जगाने के साथ जाति सम्प्रदाय से उपर उठकर देश से प्रेम कराना सिखाता है।

यह बातें सूबे के राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने शुक्रवार को कहीं। क्रीड़ा भारती, काशी प्रान्त की ओर से पराड़कर भवन में आयोजित वीरमाता जीजामाता सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री ने कहा कि खेल ही साथियों के लिए सब कुछ न्यौछावर करने के साथ विरोधी के अच्छे प्रदर्शन पर भी सम्मान का भाव जगाता है। फिल्म चक दे इंडिया, रेसलर बबीता फोगट के संघर्ष का उदाहरण देकर कहा कि खिलाड़ियों के जीवन में मां बाप और कोच का भी अहम स्थान होता है। सभी अभिभावकों का आह्वान कर कहा कि अपनी संतान को किसी न किसी खेल से अवश्य जोड़ें। सम्मेलन के दौरान बनारस में अन्तर राष्ट्रीय स्टेडियम बनाने के लिए राज्यमंत्री के सामने मांग भी उठी।

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सम्मेलन में विधायक रविन्द्र जायसवाल, रोहनिया विधायक सुरेन्द्र औढ़े, धर्मगुरू यान रवि चन्द्रकान्त मैत्री थाईलैंड, क्रीड़ा भारती के प्रान्त अध्यक्ष जनार्दन यादव, अशोक तिवारी ने भी विचार रखे। सम्मेलन का संचालन अन्तरराष्ट्रीय वेटरन महिला खिलाड़ी नीलू मिश्र ने किया। समारोह में 11 अन्तर राष्ट्रीय महिला खिलाड़ियों के माता-पिता को वीर जीजामाता सम्मान से नवाजा गया।

सम्मेलन में सुमन यादव-एथलेटिक्स, दीपिका पटेल- निशानेबाजी, सिंह सिस्टर्स-बास्केटबॉल, प्रियंका सिंह पटेल-एथलेटिक्स, रानी यादव-एथलेटिक्स, स्व. पूनम चौहान-फुटबॉल, प्रियंका राय-कबड्डी, मालविका चौधरी-कबड्डी, गुमा कुमारी थापा-वुशु, बिंदु सारकी-वुशु, सोनी चौरसिया-स्केटिंग व डांस के माता-पिता को सम्मानित किया गया।

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