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गाय बांधने को लेकर सिगरा में हिंसक बवाल , शांति के लिए फोर्स तैनात

वाराणसी,17 जुलाई : सिगरा थाना क्षेत्र के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर के समीप गाय बांधने को लेकर रविवार देर शाम हुए हिंसक बवाल और आगजनी के बाद सोमवार को वहां तनावपूर्ण शान्ति बनी हुई है । बवाल के बाद से ही फोर्स और अफसर वहां डट गये थे। क्षेत्र में लगातार फोर्स और अफसरों के भ्रमण से बवाली सहमे रहे। स्थिति पर एडीजी जोन, कमिश्नर, डीएम-एसएसपी समेत आला अफसर बराबर नजर रखे हुए है।

गौरतलब है कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर के समीप एक धर्मस्थल की चहारदीवारी के पास खाली जमीन पर अधिवक्ता महेन्द्र सिंह मंटू ने अपनी गाय बांधने के लिए छप्पर डाल रखा है। बीते रविवार की शाम वहां बारिश और गाय के मलमूत्र से दलदल देख वहां मिट्टी और बालू फेंकवाने लगे। तभी किसी ने अफवाह फैला दी कि धर्मस्थल पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। इसकी जानकारी दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को हुयी तो वे लामबंद होकर वहां पहुंचे और अधिवक्ता पक्ष से भिड़ गये। इसके बाद मौके पर पहुंची फोर्स और सिगरा पुलिस ने दोनो पक्षों को समझा बुझा कर हटा दिया। इसके बाद स्थिति सामान्य देख सब लोग अपने काम धाम में जुट गये। देर शाम अचानक वहां लल्लापुरा की तरफ से सैकड़ों सम्प्रदाय विशेष के उन्मादी युवा लाठी डंडा पत्थर से लैस होकर पहुंचे और अधिवक्ता के टीनशेड में तोड़फोड़ के बाद झोपड़ी में आग लगा दी। 

इस दौरान उन्मादी भीड़ आसपास खड़े वाहनों में तोड़फोड़ के साथ राहगीरों पर भी पथराव करने लगी । इससे राहगीरों सहित पूरे क्षेत्र में अफरा तफरी मच गयी। उन्मादी भीड़ के बवाल को देख दूसरे वर्ग के लोगों ने भी लामबंद होकर पथराव शुरू कर दिया। तब तक सूचना पाकर एडीजी जोन विश्वजीत महापात्रा, कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, आईजी दीपक रतन, डीएम योगेश्वर राम मिश्र, एसएसपी आरके भारद्वाज, एसपी सिटी दिनेश सिंह समेत बड़ी कई थानों की फोर्स पहुंच गई। एक वर्ग के उन्मादी लोगों की नारेबाजी, हंगामा एवं पथराव को देख अफसरों के निर्देश पर पुलिस ने टीयर गैस एवं लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा। पथराव में सिगरा थाना प्रभारी पुलिस कर्मियों सहित दर्जन भर लोगों को चोटें आयी हैं। 

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इसके बाद पुलिस ने सख्त रुख अपना कर बवालियों को खदेड़ दिया। देर रात सिगरा थाने में प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों को बिठाकर समझौते का प्रयास किया। इस दौरान पता चला कि झोपड़ी जिस स्थान पर लगाई गई थी वहां न्यायालय से स्टे है। इसके बावजूद दूसरे पक्ष ने यह काम कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया है। 

जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने सोमवार को बताया कि स्थिति पूरी तरह सामान्य है और अराजक तत्वों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। मजिस्ट्रेट एवं पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि ऐसे लोगों को चिह्नित करें। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर कतई ध्यान दें। 

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