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गोरखपुर मेडिकल कालेज में मौत का तांडव, 72 घंटे में काल के गाल में समाए 61 बच्चे

गोरखपुर, 30 अगस्त : बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग में बच्चों की मौत का तांडव एक बार फिर जारी है। इनमें नवजातों की संख्या अधिक है। एनआईसीयू और पीआईसीयू में पिछले 72 घंटों में 61 बच्चों की मौत हुई हैं। आलम यह है कि 24 घंटे में ही 25 बच्चों ने दम तोड़ दिया। मरने वालों में इंसेफेलाइटिस के 11 मरीज शामिल हैं। यह वही अस्पताल है, जहां 10 अगस्त को ऑक्सीजन की कमी की वजह से 36 बच्चों की जान चली गई थी। इसके बाद मचे हड़कंप पर भी यहां न तो व्यवस्थाओं में सुधार हुआ है और न ही चिकित्सकों की लापरवाहियां कम हुई हैं। 

डॉक्टरों का कहना है कि यूपी में लगातार हो रही बारिश की वजह से बच्चों में कई तरह की बीमारियां फैल रही हैं। डायरिया, डेंगू, पेट दर्द, बदहजमी के कारण बच्चे अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। यही वजह है कि नौनिहालों की मौत का सिलसिला जारी है और माताओं की गोद सूनी हो रही है।

कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. पीके सिंह की मानें तो बीआरडी अस्पताल में 27 और 28 अगस्त के दौरान 48 घंटे में 42 बच्चों की मौत हुई थी। इनमें सात बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस यानी दिमागी बुखार से हुई है।

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डॉ पीके सिंह का कहना है कि बार-बार बदलते मौसम और बारिश की वजह से बड़ी संख्या में बच्चे बीमार हो रहे हैं और इनके अस्पताल आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस समय अस्पताल में ऑक्सीजन और दवाओं की कोई कमी नहीं है। बावजूद इसके कई बच्चों की सेहत अस्पताल आने तक काफी खराब हो गयी। चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बाद भी स्थिति नियंत्रित नहीं हो रही है और बच्चों की मौत जारी है। चिकित्सक कोशिश कर रहे हैं, लेकिन खराब हालत से निपटना मुश्किल हो रहा है।

एनआईसीयू में हुई हैं सबसे अधिक मौतें

सबसे ज्यादा मौतें नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एनआईसीयू) में हुई है। इस वार्ड में भर्ती 119 नवजातों में से महज दो दिनों में 16 नवजातों की मौत हुई है। सोमवार को एनआईसीयू में 10 बच्चों की मौत हुई थी जबकि रविवार को छह नवजातों ने दम तोड़ दिया था।

सोमवार को 15 की हुई मौत, रविवार को 11 ने तोड़ा दम

बाल रोग विभाग में नवजातों के अलावा 225 मरीजों का इलाज हो रहा है। इनमें से इंसेफेलाइटिस के 106 मरीज भी शामिल हैं। बीते दो दिनों में इस वार्ड में 26 मासूमों ने दम तोड़ दिया। सोमवार को 15 मासूमों की मौत हुई और रविवार को 11 ने दम तोड़ दिया। इनमें इंसेफेलाइटिस के मरीज भी शामिल हैं।

24 घंटे में इंसेफेलाइटिस के चार मासूम काल के गाल में समाए

इंसेफेलाइटिस से बीते 24 घंटे में चार मासूमों की मौत हो गई है। रविवार को सात मरीजों की मौत हुई थी। मरने वालों में संतकबीर नगर की ममता, बलिया की श्वेता, कुशीनगर का प्रवीन और महराजगंज का रितेश शामिल है। इंसेफेलाइटिस से इस वर्ष अब तक 179 मरीजों की मौत बीआरडी मेडिकल कालेज में हो चुकी है। 724 मरीज भर्ती मरीजों में से 106 का इलाज अभी चल रहा है।

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