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पेटीएम मामले में नया मोड़ , सेक्रेटरी के सपोर्ट में बॉस

दिल्ली. पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कहा कि कंपनी की एग्जीक्यूटिव सोनिया धवन से जुड़ा कथित फिरौती वसूली का मामला कहीं ज्यादा बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है और इस मामले से वह ‘स्तब्ध और हैरान’ हैं. शर्मा ने कहा, ‘मेरा मानना है कि किसी और की बड़ी साजिश में सोनिया को जरिया बना लिया गया. मुझे नहीं पता कि इस दुखद साजिश में और कितने लोग शामिल हैं. जो कुछ हुआ, जो दावे किए जा रहे हैं, उनसे मैं स्तब्ध और हैरान हूं. मुझे विश्वास है कि पुलिस और सभी संबंधित लोगों के सपोर्ट से हम जल्द डीटेल्स पता कर लेंगें.’ वहीं, शर्मा से कथित तौर पर फिरौती वसूलने के मामले में गिरफ्तार कंपनी की कम्युनिकेशंस मैनेजर सोनिया धवन के परिवार और वकील ने कहा कि कंपनी के अंदर चल रही प्रतिद्वंद्विता के कारण उन्हें फंसाया गया है. एक महीना पहले सोनिया को कंपनी का वाइस प्रेजिडेंट बनाया गया था. शायद इसी वजह से उन्हें फंसाया गया है. सोनिया पेटीएम के फाउंडर की सेक्रेटरी भी थीं. उनके वकील प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि सोनिया को एक महीना पहले पेटीएम का वाइस प्रेजिडेंट बनाए जाने के बाद साजिश शुरू हुई. हो सकता है कि कंपनी में लोग या (विजय शेखर शर्मा के) परिवार के कुछ सदस्य इससे खुश न हों.

सोनिया के परिवार ने विजय शेखर के भाई अजय शेखर शर्मा के साजिश में शामिल होने का शक जताया है. अजय ने इस मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी. हालांकि, पेटीएम के सूत्रों ने इससे इनकार किया. उनका कहना है कि परिवार कंपनी में सोनिया की भूमिका को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहा है. कंपनी में लगभग आधा दर्जन वाइस प्रेजिडेंट और सीनियर मैनेजमेंट में करीब 20 लोग हैं. एक सूत्र ने कहा कि सोनिया को वाइस प्रेजिडेंट (कम्युनिकेशंस) बनाया गया था और अजय या पेटीएम में किसी अन्य के इससे असुरक्षित होने का कोई कारण नहीं है. यह कहना गलत है कि विजय शेखर शर्मा के बाद सोनिया कंपनी की दूसरी सबसे बड़ी अधिकारी थीं. सोनिया के वकील प्रशांत त्रिपाठी ने उनसे जेल में मुलाकात की है. त्रिपाठी ने कहा कि सोनिया को निश्चित तौर पर फंसाया गया है.

वह खुद को निर्दोष बता रही हैं. लाखों रुपये कमाने और करोड़ों के शेयर रखने वालीं सोनिया एक घर खरीदने के लिए ऐसा क्यों करेंगी? वह शेयर बेचकर घर खरीद सकती थीं. पुलिस को शक है कि सिर्फ सोनिया के पास ही विजय शेखर शर्मा की वह व्यक्तिगत जानकारी थी, जो चुराई गई है. गिरफ्तार पेटीएम एंप्लॉयी देवेन्द्र कुमार ने भी पुलिस के सामने माना है कि सोनिया ने फिरौती के लिए उसे गोपनीय डेटा दिया था.

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