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प्रदेश अध्यक्ष के सामने असंतुष्ट भाजपाइयों ने खोला शिकायतों का पिटारा

उरई, 15 फरवरी (हि.स.)। ओरछा में चल रहे प्रदेश भाजपा के विस्तारक सम्मेलन के समापन के लिए झांसी जाते हुए उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय बुधवार रात में लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह में रुके। गुरुवार को ओरछा के लिए प्रस्थान के समय उन्होंने कार्यकर्ताओं और पत्रकारों से बातचीत की, जिसमें उनके सामने पार्टी में चल रही गुटीय खींचतान का पिटारा खुल गया।

पूर्व जिलाध्यक्ष उदय सिंह पिण्डारी ने प्रदेश अध्यक्ष को बताया कि पार्टी की सहमति से वे जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद हेतु तैयारी कर रहे हैं लेकिन जिले के तीनों विधायक उनका रास्ता रोकने के लिए विरोधियों से जुड़े डेलीगेट निर्वाचित कराने में भूमिका अदा कर रहे हैं, जबकि उनके द्वारा खड़े किए जाने वाले डेलीगेटों को हराने में लगे हैं। 

पालिकाध्यक्ष पद पर पार्टी के प्रत्याशी रहे दिलीप दुबे ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव में भी विधायकों ने ऐसी ही भूमिका अदा की थी। कई अन्य प्रमुख लोगोें ने भी उनके सामने पार्टी में चल रहे अंतर्द्वंद से जुड़ी शिकवा-शिकायतें रखी। हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष ने किसी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने अंसतुष्टों से कहा कि उनकी शिकायतों पर गौर किया जाएगा।

पत्रकारों से बातचीत में डॉ महेंद्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि संगठन में बुंदेलखंड की उपेक्षा का प्रश्न नहीं है। उन्होंने कहा कि एक महिला नेता को उन्होंने बुंदेलखंड से पदाधिकारी बनाया है। कुछ पद अब भी रिक्त हैं, जिनमें बुंदेलखंड के प्रमुख नेता समायोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन के स्तर पर बुंदेलखंड के विकास को प्राथमिकता दी जा रही है।

कुठौंद में सपा की ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद हर्षोन्माद में भाजपाइयों द्वारा फायरिंग कर कानून और मर्यादा को तोड़ने पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। वो जानकारी कर आवश्यक कार्रवाई कराएंगे, जबकि स्थानीय निकाय चुनाव में विजयी पार्टी के बागियों के समायोजन से जुड़े सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने चुप्पी साध ली।

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