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प्रभु के रेल पटरीयो पर फेरीवालों का नंगा नाच , 3 आरोपियों को भेजा मजिस्ट्रेट कस्टडी में .

केशव भूमि नेटवर्क,7 फ़रवरी (VANGAON RAILWAY)  : मुंबई से सटे पालघर जिला के वेस्टर्न रेलवे में स्तिथ वानगांव रेलवे स्टेशन पर रविवार को प्रभु के रेल पटरियों पर फेरीवालो का एरिया के वर्चस्व को लेकर नंगे नाच का मामला सामने आया है .जिसमे पालघर जीआरपी ने तीन लोगो को गिरफ्तार करके सोमवार को वसई कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सभी आरोपियों को मजिस्ट्रेट कस्टडी में भेज दिया है .

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वेस्टर्न रेलवे में चलने वाली ट्रेनों में बड़ी संख्या में फेरी वाले वाडा पाव ,पिने का पानी ,व अन्य चीजो का काफी सालो से धंधा करते है . लेकिन अभी करीब तीन साल पहले रेलवे सुरक्षा उपआयुक्त आनंद विजय झा के आने के बाद उन्होंने सभी फेरी का धंधा करने वालो को ट्रेन में धंधा करने से रोक लगा दिया था , लेकिन जानकारों का कहना है की उसके बाद भी कुछ फेरीवालो को पकड कर आरपीएफ और जीआरपी के कुछ लोग विरार से लेकर घोलवड तक कमीशन में धंधा करवाते थे . और यह धंधा चोरी चोरी शुरू था . लेकिन अभी कुछ महिना पहले आनंद विजय झा की बदली हो गयी, जिसके बाद सभी फेरीवाले फिर से शक्रिय हो गए . फेरीवालो में दो ग्रुप होने के कारण ट्रेन में धंधा करने के एरिया को लेकर विवाद शुरू हो गया. 

यह विवाद इतना बढ़ गया की एरिया के वर्चस्व की लडाई के लिए फेरीवालो का यह ग्रुप एक दुसरे के जान का प्यासा बन गया . और रविवार को वानगांव रेलवे स्टेशन के रेल पटरियों पर नंगा नाच करते हुए आपस में खूब मारामारी की.  जिसमे कई फेरी वाले जख्मी भी हो गए . जिसका हर्जाना वहा मौजूद रेल यात्रियों को भी उठाना पड़ा. जिसमे कई रेल यात्री भी घायल होते होते बच गए . इस घटना को रोकने के लिए स्टेशन पर तैनात स्टेशन मास्टर को खुद मैदान में उतरना पड़ा.  लेकिन वंहा ड्यूटी पर तैनात जीआरपी और आरपीएफ के लोग घंटो तक दिखाई नहीं दिए .

sdfgऔर घंटो बाद पहुच कर केवल तीन लोगो को गिरफ्तार किया .फेरीवालो के इन दो ग्रुप में एक ग्रुप आरपीएफ के कुछ लोगो का है . और दूसरा ग्रुप दहानू के पहलवान व अन्य लोगो का बताया जा रहा है . इस घटना में जीआरपी द्वारा किये गए कार्यवाई को लेकर भी सवाल उठने लगे है . लोगो का कहना है क्या इस घटना में केवल तीन लोग ही थे . जबकी देखा जाय तो इसमें दोनों तरफ से दर्जनों लोग मौजूद थे. जिन्हें कानून का कोई खौफ नहीं था . 

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