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महाराष्ट्र : एक बार फिर प्याज ने रुलाया किसानो को !

मुंबई, 12 सितम्बर : केंद्र सरकार द्वारा प्याज के आयात करने का निर्णय लेने के बाद प्याज उत्पादक किसानों का नुकसान होना शुरू हो गया है। 15 दिन पहले प्याज का अच्छा दाम मिलने पर दाम में अधिक वृद्धि होने की उम्मीद से प्याज का भंडारण करने वाले किसानों को अब आधे से कम दाम पर प्याज बेचने की नौबत आ गई है।

प्याज के दामों में भारी गिरावट के कारण अहमदनगर जिले में प्याज उत्पादक किसान काफी परेशान और आक्रोशित हो उठे हैं। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के निर्णय से अन्य देशों से भारी मात्रा में प्याज के बाजार में आने की संभावना से किसानों के साथ व्यापारी भी परेशान हो उठे हैं। 

अहमदनगर जिले में विगत कुछ वर्षों से किसान भारी मात्रा में प्याज की फसल करते आ रहे हैं। कुछ समय पहले बाजार में प्याज की भारी मत्रा में आवक होने के बावजूद प्याज को अच्छे दाम मिलने से किसान संतुष्ट थे। 

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15 दिन पहले अहमदनगर जिले की विभिन्न बाजार समितियों में अच्छे क्वॉलिटी के प्याज को तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल भाव मिला था। प्याज के दामों में वृद्धि शुरू होने से पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी चार हजार रुपये तक दाम मिलने की उम्मीद किसानों को थी। प्याज के दामों अधिक वृद्धि होने की अपेक्षा से अनेक किसानों ने अपने प्याज को बाजार में न लाकर अधिक दाम मिलने हेतु समय की राह देख रहे थे। आमतौर पर बैलपोला का त्योहार होने के बाद प्याज के दामों हमेशा ही वृद्धि होती है, ऐसा पिछले कुछेक वर्षों से होता रहा है, ऐसा किसानों का अनुभव है।

अभी हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा प्याज के आयात करने का निर्णय लेने के बाद अपेक्षा से अधिक प्याज के बाजार में आने से प्याज के दामों गिरावट आना शुरू हो गया है। मौजूदा स्थिति में प्याज के दामों गिरावट शुरू होने के कारण भंडारण किए गए प्याज की क्षमता भी काफी कम होने से किसानों के समक्ष कठिनाइयां आ गई हैं। अहमदनगर जिले में राहुरी, श्रीरामपूर, घोडेगाव, नगर, पारनेर और राहाता बाजार समितियों में इन दिनों भारी मात्रा में किसानों की प्याज की आवक होने के साथ प्याज के दामों लगातार गिरावट जारी है।

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