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महाराष्ट्र : रायगढ़ किले में प्लास्टिक बोतल, थैलियों पर लगी पाबंदी

मुंबई, 30 अक्टूबर : रायगढ़ किला के संवर्धन के साथ ही अब किला परिसर में स्वच्छता अभियान चलाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। जिला प्रशासन ने इसके लिए ठोस कदम उठाए हैं। प्रशासन ने पर्यावरण सुरक्षा और किले की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक बंदी लागू करने की योजना शुरू की है। रायगढ़ किले पर आनेवाले पर्यटक अपने साथ अब प्लास्टिक बोटल या प्लास्टिक थैलियों को नहीं ले जा सकते। बोतलबंद खाद्यपदार्थ ले जाने के लिए अब अग्रिम जमा राशि का भुगतान करना होगा। खाली बोतल और थैलियों को वापस करने पर ही जमा रकम लौटाई जाएगी। 

गौरतलब है कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज्य की स्थापना करने के लिए सबसे पहले किलों की मजबूती और सुरक्षा पर ध्यान दिया था। महाराष्ट्र के अभिमान और पहचान के रूप में रायगढ़ किला जाना जाता है। हर साल यहां लाखों शिवभक्त और पर्यटक आते हैं। पर्यटक अपने साथ खाद्य पदार्थ और प्लास्टिक के पानी के बोतल बड़े पैमाने पर ले आते हैं। लेकिन वापस लौटते समय खाली बोतलें और प्लास्टिक की थैलियां किले पर ही फेंक देते हैं, जिससे किले की सुंदरता और सुरक्षा पर असर पड़ता है। किले पर गंदगी फैलती है। शिवप्रेमी और स्थानीय प्रशासन की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया जाता है, लोगों को जागरूक भी किया जाता है, लेकिन इसके बावजूद प्लास्टिक कचरे को फेंकने से कोई बाज नहीं आ रहा। इसे ध्यान में रखते हुए ज़िला प्रशासन ने रायगढ़ किला पर प्लास्टिक बंदी लागू करने का निर्णय लिया है। 

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किले के गेट पर ही प्रत्येक नागरिकों व पर्यटकों को बोतलबंद खाद्यपदार्थ अपने साथ ले जाने के लिए 25 रुपये अमानत रकम के रूप में जमा करना होगा। किले से नीचे आने के बाद प्लास्टिक की खाली बोतल और खाली थैलियों को जमा करने पर ही अमानत जमा राशि पर्यटकों को वापस लौटा दी जाएगी। इसी तरह शिवराज्याभिषेक उत्सव व अन्य कार्यक्रमों के दौरान रायगढ़ किले पर आनेवाले लाखों शिवभक्तों व पर्यटकों पर भी यही नियम लागू होगा। जिलाधिकारी विजय सूर्यवंशी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इस योजना को प्रत्यक्ष रूप से शुरू किया गया है। रोपवे के पास ही पर्यटकों को जरूरी सूचनाएं देने के साथ ही उनके सामान की जांच की जा रही है। किला परिसर में भी इस तरह का जांच अभियान चलाया जाता है। रोपवे के प्रबंधक राजेंद्र खाटू इस संपूर्ण योजना पर ध्यान रखते हैं। (हि.स.)। 

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