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मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर समीर को एके 47 से शंभू – मंटू गिरोह ने मरवाया

पटना/एस.एच.चंचल

23 सितंबर को मुजफ्फरपुर में एके – 47 की गोलियों से मारे गए पूर्व मेयर समीर कुमार मामले में पुलिस को बड़ा सुराग मिल गया है. शूटरों की पहचान कर ली गई है. पटना में स्टेट पुलिस हेडक्वार्टर के सोर्सेज कह रहे हैं कि समीर कुमार की हत्या गैंगस्टर शंभू – मंटू ने कराई है. वजह लैंड की डीलिंग का विवाद ही है. गैंगस्टर शंभू – मंटू गिरोह को बिहार में सीपीडब्यूडी के ठेकों के मालिक के रुप में जाना जाता है.

जानकारी हो कि पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या ने राज्य सरकार को परेशान कर रखा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बढ़ते क्राइम को लेकर टेंशन में हैं. आज स्टेट पुलिस हेडक्वार्टर में बड़ी मीटिंग भी हुई थी. मुजफ्फरपुर मर्डर केस को चुनौती के रुप में लिया गया है. स्टेट पुलिस के आला अधिकारी प्रत्येक घंटे जांच टीम के संपर्क में हैं.

अभी से कुछ देर पहले पुलिस हेडक्वार्टर के बड़े सूत्र ने बताया कि मर्डर के पीछे शंभू – मंटू गिरोह है. एके – 47 से फायर करने वाले दोनों शूटरों की पहचान कर ली गई है. रेड जारी है. शंभू – मंटू जेल से बाहर है. कुछ साल पहले इनमें से एक को बड़ी मशक्कत के साथ हरिद्वार में पकड़ा गया था. दूसरे ने बाद में पटना में एसएसपी मनु महाराज के समक्ष सरेंडर किया था.

हेडक्वार्टर के अधिकारी कह रहे हैं कि शंभू – मंटू गिरोह के पास एके – 47 है. दोनों के ताल्लुकात मुजफ्फरपुर से हैं. वैसे इन दोनों अपराधियों का आर्थिक साम्राज्य कई सौ करोड़ का हो चुका है, लेकिन समीर कुमार से ठन इसलिए गई कि उन्होंने जमीन के विवाद में बात उठा दी. पुलिस कह रही है कि दोनों के बीच बातचीत होने के रिकार्ड मिल रहे हैं.

पुलिस हेडक्वार्टर को इस बात की भी खबर है कि शंभू – मंटू गिरोह ने अभी यूपी और उत्तराखंड को अपना आशियाना बना रखा है. वहीं से सब कुछ ऑपरेट होता है. समीर कुमार से अदावत के मूल में मुजफ्फरपुर के कल्याणी की एक लैंड डील बताई जा रही है.

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