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वीडियो कान्फ्रेसिंग से प्रधानमंत्री ने सुनी किसानों की समस्याएं

इलाहाबाद, 20 जून (हि.स.)। शुआट्स में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उद्बोधन का सीधा प्रसारण कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा. जी.पी सिंह द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री ने प्रगतिशील कृषकों की समस्यायें सुनीं। 

शुआट्स के प्रशासनिक अधिकारी डा.मनोज जैकब ने बताया कि इस अवसर पर शुआट्स के निदेशक प्रसार प्रो.(डा.) आरिफ. ए.ब्रॉडवे एवं निदेशक शोध प्रो.(डा.) शैलेश मारकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री ने देश के विभिन्न जनपदों के कृषकों से भी संवाद किया, उन्होंने सोलापुर महाराष्ट, झबुआ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गंगटोक सिक्किम, साउथ 24 परगना पश्चिम बंगाल, केवीके जोधपुर, सीएससी उड़ीसा, सीएससी शाहजहांपुरआदि के कृषकों से वार्ता की। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के उपरान्त निदेशक प्रसार ने केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की कृषि योजनाओं के बारे में विस्तार से अवगत कराया तथा बताया कि किसान इन योजनाओं का अधिकतम लाभ कैसे उठा सकते हैं। उन्होंने मृदा परीक्षण की उपयोगिता एवं किसानों को उसका लाभ किस प्रकार मिल रहा है, विषय पर भी चर्चा की। 

निदेशक शोध ने बताया कि प्रो.राजेन्द्र बी.लाल, कुलपति के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने धान की उन्नत किस्में क्रमशः शियाट्स धान-1, शियाट्स धान-2, शियाट्स धान-3, शियाट्स धान-4, एवं शियाट्स धान-5 विकसित की है जो अधिक उपज देने के साथ-साथ धान के मुख्य रोगों के प्रति अवरोधी है। शियाट्स धान-1 का दाना मध्यम महीन, खाने में स्वादिष्ट होने के कारण, प्रदेश के किसानों में बहुत लोकप्रिय हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शियाट्स मक्का-2 एवं शियाट्स मक्का-3, दो नई उन्नत किस्में हैं जिसमें 35-40 कुन्टल प्रतिहेक्टेयर उत्पादन के साथ-साथ हरा चारा भी मिलता है। मक्का की किस्मों में प्रोटीन एवं स्टार्च की मात्रा अधिक होने के कारण इन्डस्ट्रीज़ में भी इसका बहुत उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कृषकों को फसल बीमा योजना के लाभ तथा उपयोगिता के विषय में बताया तथा कृषि कार्यों में मशीनों की उपयोगिता के बारे में भी प्रकाश डाला। इस दौरान लगभग 150 कृषकों ने सहभागिता की।

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