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तबलीगी जमातियों ने बढ़ाई परेशानी, 12 के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर लखनऊ कैंट सील

लखनऊ । कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 227 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 94 मामले तबलीगी जमात से जुडे लोगों के हैं। इस बीच लखनऊ कैंटोनमेंट इलाके को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया। यहां तब्लीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

जानकारी के अनुसार, सदर बाजार इलाके में 12 तब्लीगी जमात लौटाने के बाद लखनऊ कैंटोनमेंट इलाके को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। ये जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस इलाके में केवल त्वरित प्रतिक्रिया टीमों और चिकित्सा टीमों को प्रवेश करने की अनुमति है।

बीते दिन प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अभी तक की जो स्थिति है, कुल मिलाकर कोरोना वायरस से संक्रमण के 227 प्रकरण सामने आए हैं जिनमें से 21 पूर्णतया उपचारित हो चुके हैं।’ जो एक्टिव मामले हैं, उनका इलाज विभिन्न चिकित्सालयों और मेडिकल कालेजों में हो रहा है। 227 में से 94 मामले तबलीगी जमात से जुडे लोगों के हैं। अब तक हमारे प्रदेश के कुल 27 जनपद इस संक्रमण से प्रभावित हो गये हैं।

उन्होंने कहा कि इसमें तबलीगी जमात से जुड़े जो लोग हैं, उनसे पिछले दो दिनों में हमारे जनपदों की संख्या काफी बढ़ी है। कुल मिलाकर इस समय मेडिकल क्वारेंटीन (चिकित्सकीय पृथक इकाई) में 3029 लोग हैं। जो लोग दूसरे राज्यों से आए थे और जिनको किसी आश्रय स्थल में ठहराया गया है, वो संख्या अलग है।

प्रसाद ने बताया कि ये संख्या दिनों दिन बढ़ रही है क्योंकि हम निगरानी के बाद इस काबू पाने की बहुत आक्रामक रणनीति अपना रहे हैं। पिछले दो तीन दिनों में हमने जो देखा है, कई जनपदों में संक्रमण गया है तो जरूरी है उसे बढ़ने नहीं दिया जाए इसलिए जो भी संक्रमित व्यक्ति है, उनके जो भी नजदीकी लोग हैं या हाल में जिनसे उनका निकट संपर्क हुआ है, उन सभी लोगों को हम लोग फेसलिटी क्वारेंटीन में ला रहे हैं और उनकी जांच करा रहे हैं ताकि समुदाय में संक्रमण और ना बढ़े।

उन्होंने बताया कि जो लोग विदेश से प्रदेश में आएहैं, वैसे 57963 लोग निगरानी में रखे गए हैं । इनमें से 41506 पृथक रहने की 28 दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं। विदेश से लौटकर आने वालों को हम 28 दिन तक निगरानी में रखते हैं। अगर उनमें कोई लक्षण नहीं आते तो उनकी निगरानी समाप्त हो जाती है।

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