कांग्रेस ने ठुकराया वेंकैया का न्योता, भोज में नहीं होंगे शामिल
नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। कांग्रेस पार्टी ने उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू द्वारा दिए गए भोज के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार पार्टी ने यह फैसला राफेल डील पर पार्टी को अपना पक्ष न रखने देने की वजह से लिया है। नायडू ने हरिवंश सिंह के उपसभापति चुने जाने की खुशी में यह भोज रखा है।
उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति ने शुक्रवार को सभी पार्टियों को भोज पर आमंत्रित किया है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्यसभा में जिस तरह से पार्टी को राफेल डील पर अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया, इससे खासी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी को बोलने से कैसे रोक सकते हैं?
नेता ने बताया कि भोज मे शामिल न होकर पार्टी यह बताना चाहती है कि वह इस तरह के रवैये से खासी दुखी है, क्योंकि राज्यसभा में राफेल डील पर बोलने के लिए जब कांग्रेस के नेताओं ने समय मांगा तो उस समय वैंकैया नायडू ने उन्हें समय नहीं दिया और साथ ही उनके माइक की आवाज भी कुछ देर के लिए बंद करवा दी। इसी दौरान उन्होंने दो बिलों को सदन की मंजूरी भी दी।
कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि उन्होंने इन बिलों को पास कराने के लिए हमेशा ही सरकार का साथ दिया। वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है, जब विपक्ष ने राज्यसभा में कार्रवाई के दौरान भेदभाव की शिकायत की हो। पिछले सप्ताह ही कांग्रेस नेताओं ने नायडू को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया जाए।