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पालघर में सुरेश उर्फ़ कमलाकर पाटिल नामक सायकल व्यापारी ने किया आत्हत्या .

 

पालघर :=पालघर में पालघर सायकल मार्ट नाम से फेमस  सायकल व्यापारी सुरेश उर्फ़ कमलाकर पाटिल उम्र करीब 54 साल ने एक सुसाईट नोट में चार लोगो का नाम लिखकर कर घर के अन्दर फासी लगाकर किया आत्महत्या .

सुरेश उर्फ़ कमलाकर पाटिल पालघर में सायकल के होलसेल और रिटेल के एक बड़े व्यापरी थे .और उनकी पालघर में पालघर सायकल मार्ट नामक एक सायकल की बड़ी  दुकान थी. बताया जा रहा है की पाटिल इस विजनेस को छोड़कर कर दुसरे विजनेस में अपनी किस्मत अजमाना चाहते थे जीसके कारण कई महीनो पहले वह अपनी

सायकल की  दुकान को बेच कर ठाणे रहने के लिए चले गए और उन्हों ने वही भिमंडी हायवे पर बड़ी गाडियों के MRF टायर का एक शोरुम खोला और महीने में कुछ दिन वह पालघर में रहते थे .और कुछ दिन ठाणे में .अभी चार दिन पहले वह पालघर रहने के लिए आये थे और उनका बाकी का परिवार ठाणे में था .उसी दरमियान उन्हों ने घर के अन्दर किचन में पंखे से फ़ासी लगाकर आत्महत्या कर लिया.दो तीन बीत जाने के बाद जब उनका कोई फोन नहीं आया तो उनकी पत्नी ने उन्हें फोन किया और बार बार फोन करने के बाद जब कोई जबाब नहीं मिला तो उन्हों ने अपने एक पहचान वाले को फोन करके घर भेजा और कहा वह फोन क्यू नहीं उठा  रहे है जाकर देखो  . वह जब घर पर पंहुचा तो देखा दरवाजा अन्दर से बंद है ,और फोन अन्दर बज रहा है लेकिन कोई उठा नहीं रहा है घर के अन्दर से बदबू आरही रही . पुलिस को बुला कर दरवाजा जब दरवाजा तोडा तो देखा पाटिल की लाश किचन के अन्दर पंखे से लटक रही है . और उन्हों ने करीब तीन दिन पहले ही आत्महत्या कर लिया . और बगल में उन्हों ने एक सुसाईट नोट में पालघर के सोने और घास के व्यापरी सुरेन्द्र तिवारी उनके भाई भोला तिवारी ,व अभजित तलवरकर , आर्यन स्कुल के एक रिटायर शिक्षक यादव का नाम लिख कर इस आत्महत्या के लिए उनको दोषी बताया था . उनका कहना था पालघर भाजी मार्किट में भोला शापिंग सेंटर नामक बिल्डिंग बनाते समय वहा हमारे दो कमरे थे. उसके बदले मुझे तलवरकर और तिवारी ने दुकान देने के लिए बोला था लेकिन मुझे नहीं दिया साथ ही उन्हों ने आर्यन स्कुल के शिक्षक यादव से  कुछ पैसे उधार  लिए थे जो उन्हें वापस नहीं कर पाए थे .यह सभी लोग मुझे मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे . जब की सुरेन्द्र  तिवारी ने पालघर पुलिस को जानकारी देते हुए कहा है . की उंसे मेरी कोई बात नहीं हुयी थी जो  भी बात थी वह जमीन मालिक तलवार से हुई थी . रही मेरी बात तो दोनों में बातचीत होने के बाद मैंने पाटिल को 11 लाख रूपये दिए थे जिसका साबुत भी मेरे पास है . पालघर पुलिस  सभी लोगो से पूछ ताछ कर रही है .अब पुलिस के जाँच में क्या निकाल कर आता है इस आत्महत्या के पीछे वह देखने वाली बात होगी .

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