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प्रकाश पर्व की सफलता के लिए सीएम ने दिए बिहार वासियों को बधाई.

पटना, 09 जनवरी = लोक संवाद कार्यक्रम में सोमवार को आयोजित सामान्य प्रशासन, पुलिस, गृह, निगरानी, पंचायती राज, सहकारिता, नगर विकास एवं आवास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, वाणिज्य कर, राजस्व एवं भूमि सुधार, खान एवं भू-तत्व, परिवहन तथा आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर 14 लोगों द्वारा मुख्यमंत्री को अपना सुझाव दिया गया।

लोक संवाद कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुये कहा कि गुरू गोविन्द सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश पर्व के सफलता पूर्वक आयोजन के लिये मैं बिहार वासियों को धन्यवाद और हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने सफलता पूर्वक प्रकाश उत्सव के आयोजन के लिए गुरूद्वारा प्रबंधन को भी बधाई दी । उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों एवं कर्मियों को भी बधाई दी और कहा कि उन्होंने दिन-रात जो अविस्मरणीय काम किया है उसके लिये वे बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग से प्रकाश पर्व बिना किसी चूक के सफलता पूर्व सम्पन्न हुआ, जिसके कारण बिहार की छवि में निखार आया। दुनिया भर से आये श्रद्धालुओं ने बिहार की प्रशंसा की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगे भी इसी ढंग से सब एक दूसरे का सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि वास्तव में बिहार में धार्मिक रूप से कोई भेदभाव नहीं है। यहां पूरी तरह धार्मिक सहिष्णुता का वातावरण है। प्रकाश उत्सव में सभी धर्मों के लोगों ने सहयोग किया और सद्व्यवहार का परिचय दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिये तैयारी वर्षों पूर्व शुरू की गयी थी। तख्त हरिमंदिर साहिब की ओर जाने वाली सड़क अशोक राजपथ उतनी चौड़ी नहीं थी। विचार हुआ की बाईपास से फ्लाईओवर के जरिये तख्त श्री हरिमंदिर साहिब को जोड़ा जाय, यह कार्य शुरू हुआ और सफल हुआ। पटना सिटी के स्थाई निवासी भी इससे प्रसन्न हैं। सड़कों की चौड़ाई, बिजली आपूर्ति, ओवर हेड वायर, सड़कों की सफाई, सिवरेज सभी छोटे-छोटे बिन्दुओं पर ध्यान दिया गया।

इससे बिहार की छवि बनी। इससे यह स्पष्ट हुआ कि बिहार के अन्दर कितना बड़ा पोटेंशियल है। उन्होंने कहा कि बिहार की छवि बिहार के ही कुछ चंद लोग बिगाड़ने का प्रयास करते हैं और इसमें उन्हें आनन्द आता है। उनको यह खटकता है कि बिहार में भी ऐसा कार्यक्रम हो सकता है। उन्होंने कहा कि सिख समाज में सबलोग जमीन पर ही बैठते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ तो अपने में बदलाव लाना होगा। सीएम नीतीश ने कहा कि पंजाब के तीन प्रतिद्वंदी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने प्रकाश उत्सव के अवसर पर पटना आने पर कहा कि ऐसा आयोजन पहले कभी नहीं देखा और कुछ लोग कह रहे हैं कि जमीन पर क्यो बैठाया। यह चंद लोगों की सोच है।

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मुख्यमंत्री ने मीडिया द्वारा पूछे गये प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रकाश पर्व के सामाजिक कार्यक्रम में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुयी। प्रकाश उत्सव के 350वें वर्ष और बापू के सत्याग्रह के 100वें साल पर शराबबंदी की हर जगह चर्चा करते हैं। उन्होंने कहा कि चम्पारण सत्याग्रह के लिये कार्य योजना बनी है। गांधी जी के विचारों को नयी पीढ़ी तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की योजना है। बापू के विचार आज भी उतने ही प्रासांगिक हैं। शराबबंदी इसी दिशा में बहुत बड़ा कदम है। शराब बंदी से बिहार में सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद पड़ी है। जो परिवार शराब के चलते बर्बाद हो रहे थे उनके घरों में खुशहाली लौट आयी है। 21 जनवरी को एकजुटता दर्शाने के लिये बिहार के लोग मानव श्रृंखला में शामिल होंगे।

11 हजार किलो मीटर से भी ज्यादा लम्बी मानव श्रृंखला होगी। एक विश्व रिकार्ड की स्थापना होगी, जब बिहार के लोग 21 जनवरी को एक-दूसरे का हाथ थाम कर एकजुटता प्रदर्शित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार मे महागठबंधन मजबूती से लोगों की सेवा कर रहा है। उन्होंने कहा कि 21 जनवरी की मानव श्रृंखला में सभी दलों के लोग एकजुट होकर उसमें शामिल हों। मानव श्रृंखला का जो रूप दिखेगा वह अपने आप में बहुत कुछ कह देगा। यह काम होने के बाद दो महीने तक नशाबंदी का कार्यक्रम होगा जिसका समापन 22 मार्च को होगा।

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