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आतंकी व प्रिंसिपल हत्याकांड साजिश की जांच करने आयी एनआईए टीम

कानपुर, 19 दिसम्बर (हि.स.)। जेल में बन्द आईएसआईएस के तीन सदस्यों की जांच अभी भी एनआईए कर रही है। जिसके चलते एनआईए की टीम ने कानपुर में एक बार फिर डेरा जमा लिया है। टीम इन्ही सदस्यों द्वारा पूर्व में की गई प्रिंसिपल हत्याकांड व आतंकियों द्वारा कानपुर में बनी पूरी साजिश की जानकारी जुटा रही है। 

कानपुर निवासी सैफउल्लाह के लखनऊ इनकाउन्टर में मारे जाने के बाद बाद एनआईए ने कानपुर से आईएसआईएस के तार खंगालने शुरू किये। यही नहीं सैफउल्लाह के तीन साथियों (दानिश, आतिफ और मुजफ्फर) को चकेरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उसी दौरान एनआईए को पता चला कि खुरासान मॉड्यूल के इन सदस्यों ने ही भोपाल में ट्रेन विस्फोट कराया था। इससे पहले इन आतंकी सदस्यों ने पिस्टलों की जांच के लिए 24 अक्टूबर 2016 को चकेरी थानाक्षेत्र के प्योंदी गांव में प्रिंसिपल रमेश चन्द्र शुक्ला की हत्या कर दी थी। आतंकियों ने हत्या कर पिस्टल से निशाना लगाने व रेंज का पता किया था। जिसकी जानकारी जुटाने के लिए एनआईए की टीम ने एक बार फिर सोमवार देर रात कानपुर में डेरा डाल दिया। टीम ने मंगलवार को चकेरी इलाके में रहने वाले आतंकियों के घरों व आसपास पहुंचकर साजिश से जुड़े तारों की कड़ी को जोड़ा। इस दौरान उन्होंने बकायदा नक्शा भी तैयार किया। 

बताया जा रहा है कि टीम ने प्रिंसिपल हत्याकांड के घटनास्थल और उन जगहों का निरीक्षण किया, जहां पर इन लोगों को आना-जाना रहता था। साथ ही यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि भोपाल ट्रेन विस्फोट की साजिश किस घर में बैठकर रची गई थी। एनआईए टीम ने अपने जांच दायरे में कई लोगों को पूछताछ के लिए उठाया भी है। सीओ कैंट अजीत सिंह चौहान ने बताया कि एनआईए के साथ सीबीआई की एक टीम कानपुर में आयी है। जो यहां पर पूर्व में हुई प्रिंसिपल हत्याकांड व आंतकी साजिश की जांच कर रही है। टीम ने किन लोगों को उठाया है और किन जगहों का निरीक्षण किया है, यह जानकारी नहीं है।

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