मुंबई

छगन भुजबल हुए गिरफ्तार , ED कोर्ट में पेश करके करेगी उनकी हिरासत की मांग .

मुंबई = महाराष्ट्र सदन घोटाले में आरोपी एनसीपी नेता छगन भुजबल की सोमवार देर रात गिरफ्तारी के बाद ED उन्हें मंगलवार को मुंबई के पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगी  .सूत्रों के मुताबिक छगन भुजबल को मंगलवार को ईडी की विशेष अदालत में पेशी के बाद जांच एजेंसी ईडी , आगे की पूछताछ के लिए अदालत से उन्हें रिमांड में सौंपे जाने की अपील करेगी.

घोटाले के वक्त भुजबल महाराष्ट्र सरकार में लोकनिर्माण विभाग के मंत्री थे। उनसे पूछताछ में यह पता लगाया जा सके कि घोटाले की रकम कहां भेजी गई। उनकी पेशी को देखते हुए कोर्ट के बाहर सुरक्षा के व्यापक प्रबंधन किए गए हैं। जबकी एनसीपी के नेता इसे बदले की भावना से की गयी कार्यवाई बताते हुए अपने कार्यकर्ताओ के साथ  जगह –जगह धरने आंदोलन कर रहे है.

क्या है पूरा मामला .

कभी सब्जी बेचने वाले NCP नेता की 110 करोड़ की प्रॉपर्टी क्यों हुयी जप्त .

 महाराष्ट्र सदन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में छगन भुजबल खिलाफ ईडी लंबे वक्त से जांच कर रही थी। सोमवार को ईडी के अफसरों ने उनसे 9 घंटे पूछताछ की और उसके बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम रहे छगन भुजबल को ईडी (इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट) ने देर रात उन्हें अरेस्ट कर लिया । कभी सब्जी की दुकान लगाने वाले भुजबल की 110 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी पहले ही जब्त की जा चुकी है। पिछले साल दिसंबर में उनके घर पर छापेमारी हुई थी। महाराष्ट्र सदन के कंस्ट्रक्शन में करीबियों को फायदा पहुंचाने का उन पर आरोप लगाया जा रहा  है .

भुजबल पर क्या है आरोप .

आरोप के मुताबिक, दिल्ली में महाराष्ट्र सदन के कंस्ट्रक्शन के लिए 52 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रेक्ट 152 करोड़ में दिया गया। भुजबल पर अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा। , कंस्ट्रक्शन का ठेका पहले एक फर्म को दिया गया। लेकिन बाद में सब-कॉन्ट्रेक्ट छगन भुजबल से जुड़ी कंपनियों को दे दिए गए।, बीजेपी सांसद किरीट सोमैया ने महाराष्ट्र सदन घोटाले मामले में भुजबल के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।

भुजबल समेत 14 के खिलाफ दर्ज हुई थी FIR

2015 के जून में महाराष्ट्र एसीबी ने भुजबल, उनके बेटे पंकज, भतीजे समीर और 14 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इस घोटाले में छगन के भतीजे और पूर्व सांसद समीर भुजबल को पहले ही गिरफ्तारी किया जा चुका है। जबकि बेटे पंकज भुजबल से भी पूछताछ हो चुकी है।

कहां है अटैच की गई प्रॉपर्टी?

ईडी ने भुजबल की जो प्रॉपर्टीज अटैच की है, वह मुंबई के बांद्रा और सांताक्रूज में है। इन पर भुजबल और उनके रिश्तेदारों का मालिकाना हक है। प्रॉपर्टीज ‘प्रवेश कंस्ट्रक्शन्स’ के नाम से रजिस्टर्ड है। 2015 में वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने बताया था कि ईडी ने भुजबल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। – बॉम्बे हाईकोर्ट ने 18 दिसंबर 2014 को महाराष्ट्र सदन घोटाले की जांच के लिए एसआईटी बनाई थी। इसमें ईडी और एसीबी के भी अफसर थे।

बेटे के पास 100 करोड़ का बंगला

छापे के दौरान छगन के बेटे पंकज के नाम पर नासिक में 100 करोड़ रुपए का बंगला होने का पता चला था। 46,500 वर्गफुट में फैले इस बंगले में 25 कमरे, स्विमिंग पूल और जिम भी है।- भुजबल के 28 ठिकानों पर छापा मारा गया था। इसमें पुणे में भी उनकी करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी मिली थी। लोनावला में 2.82 हेक्टेयर में फैले छह बेडरूम वाले बंगले में हेलिपैड, स्विमिंग पूल के साथ विदेशी फर्नीचर और प्राचीन मूर्ति मिली थी.

ढाई हजार करोड़ की प्रॉपर्टी के मालिक हैं भुजबल.

बीजेपी नेता किरीट सोमैया का दावा है कि भुजबल के पास ढाई हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी है। भुजबल ने अपने पूरे पॉलिटिकल करियर में नासिक, येवला, मुंबई, मझगांव शहरों से चुनाव लड़ा था। आरोप ये भी है कि जिन शहरों में भी छगन ने चुनाव लड़ा, वहां करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई।कुछ दिनों पहले एसीबी ने मुंबई, ठाणे, नासिक और पुणे में छापे मारे थे। वहां छगन और उनकी फैमिली मेंबर्स के नाम अरबों की प्रॉपर्टी मिली थी।

मां के साथ बेचते थे सब्जी.

पॉलिटिक्स में आने से पहले छगन भुजबल मुंबई के भायखला सब्जी मंडी में मां के साथ सब्जी और फल बेचा करते थे। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद बाल ठाकरे से प्रभावित होकर भुजबल शिवसेना से जुड़ गए।1991 में ये शिवसेना छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। बाद में जब शरद पवार ने कांग्रेस से अलग होकर NCP बनाई तो छगन, पवार के साथ चले गए।

पवार ने जताई थी नाराजगी .

भुजबल परिवार पर जिस तरह से एसीबी और ईडी का शिकंजा कसा है उससे एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी नाराजगी जताई थी। पवार ने कहा था कि भुजबल परिवार पर राजनीतिक साजिश के तहत कार्रवाई हो रही है।

भाजपा ने आरोप को नकारा .

भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी और समाजसेवी अंजलि दमानिया ने पाटील के राजनीतिक षडयंत्र के आरोप को गलत बताया है। भंडारी ने कहा है कि इस मामले में पहले ही कार्रवाई होनी चाहिए थी। दमानिया ने कहा कि बीते चार साल से जिसके लिए प्रयास किया जा रहा था उसका नतीजा अब आया है।

जिस जेल को छगन भुजबल ने बनवाया उसी जेल में खा रहे है जेल की हवा .आगे पढ़े ………

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