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देश के तेज विकास के लिए महिला सशक्तीकरण जरूरी: उप राष्ट्रपति

भोपाल, 17 दिसम्बर (हि.स.)। देश और प्रदेश के विकास की राह में परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं लेकिन विकास की गति को अगर तेज करना है तो इसके लिए महिला सशक्तीकरण किया जाना बहुत जरूरी है। इसके लिए हम सभी को दलगत राजनीति को परे रखकर प्रयास करना चाहिए। यह बात रविवार को उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने महिला स्व सहायता समूहों के राज्य स्तरीय प्रशिक्षण और सम्मेलन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने इसके लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ को सामाजिक समर्थन की बात भी कही। 

प्रदेश के महिला स्व सहायता समूहों का प्रशिक्षण कार्यक्रम और सम्मेलन रविवार को राजधानी के जंबूरी मैदान में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के हजारों महिला स्व सहायता समूहों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान एवं मंत्रिमंडल के सदस्यों ने स्वागत किया। 
उप राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार भोपाल आए एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि मैंने पहली बार महिलाओं का इतना बड़ा संगम देखा है। दूर-दूर से आई लाखों महिलाओं का विराट संगम सचमुच महिला शक्ति संगम है। उन्होंने कहा कि हमें पहले महिला शक्ति का निर्माण करना होगा। इसके बाद भारत का निर्माण तो अपने आप हो जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए जितनी योजनाएं मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रहीं हैं, इतनी योजनाएं शायद किसी प्रदेश में नहीं हैं। 

वैदिक युग से देश में महिलाओं के महत्व और सम्मान को रेखांकित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत देश को ‘भारत माता’ के नाम से जाना जाता है, कोई भारत पिता की जय नहीं बोलता। उन्होंने महिला आरक्षण और महिला सशक्तीकरण से संबद्ध अन्य लंबित विषयों का जिक्र करते हुए कहा कि इन्हें जल्द स्वीकृत कराया जाना चाहिए। 

कार्यक्रम के अंत में महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सभी अतिथियों एवं स्व सहायता समूहों की सदस्य महिलाओं के प्रति आभार व्यक्त किया। 
मुख्यमंत्री ने लगाई घोषणाओं की झड़ी

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने देश और प्रदेश के विकास में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि नया प्रदेश और नया इंडिया गढ़ने में बहनों की महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में बहनें जिस तरह का नेतृत्व दे रही हैं उससे इस भाई का हृदय गर्व से भर गया है। मुख्यमंत्री ने स्व सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों से बेहतर बताया। विभिन्न समूहों द्वारा बनाए गए रोस्टेड अलसी, साबुन, कुटकी चावल, अगरबत्ती, चिक्की आदि को प्रदर्शित भी किया गया। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि आजीविका मिशन के काम में प्रदेश सरकार भरपूर सहयोग देगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिलाओं, स्व सहायता समूहों और आजीविका मिशन को सशक्त बनाने के लिए कई घोषणाएं भी कीं। 

मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं

-फरवरी, 2018 से चरण पादुका शुरू की जाएगी, जिसमें महुए के फूल और तेंदूपत्ता एकत्रित करने वाली महिलाओं को चप्पलें और पानी की कुप्पी दी जाएगी। 
-आंगनबाड़ियों से दिया जाने वाला टेक होम राशन स्व सहायता समूह बनाएंगे। इसके लिए लगने वाली फैक्ट्रियों को स्व सहायता समूहों के फेडरेशन चलाएंगे।
-सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को यूनिफॉर्म के पैसे की बजाय यूनिफॉर्म दी जाएगी और यह यूनिफार्म स्व सहायता समूह बनाएंगे। 
-स्व सहायता समूहों को दिए जाने वाले कर्ज पर लगने वाली स्टांप ड्यूटी सरकार चुकाएगी। 
-स्व सहायता समूहों द्वारा लिए जाने वाले कर्ज पर जो ब्याज लगेगा, उसका 3 प्रतिशत सरकार चुकाएगी।
-स्व सहायता समूहों द्वारा बनाए जाने वाले जैविक उर्वरक और अन्य कृषि उपयोग उत्पाद सरकार खरीदेगी और उन्हें किसानों को उपलब्ध कराएगी। 
-राज्य स्तरीय सम्मेलन की तरह ही हर जिले में महिला शक्ति सम्मेलन होगा।

झलकियां

-मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह सवाल-जवाब वाली शैली अपनाई। 
-स्व सहायता समूहों की सदस्य महिलाएं अपने अनुभव सुनाते हुए विचारों में इतनी बह गईं कि उन्होंने निर्धारित से अधिक समय ले लिया। 
-समूहों के उत्पाद जिस अंदाज में प्रदर्शित किए गए, उस पर चुटकी लेते हुए उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि शिवराजसिंह अगर राजनीति में न भी रहें, तो अच्छे ब्रांड एम्बेसडर हो सकते हैं। 
-सम्मेलन में उपस्थित स्व सहायता समूहों की हजारों महिलाओं की उपस्थिति से अभिभूत उप राष्ट्रपति ने सम्मेलन को ऐतिहासिक बताया। 
-समारोह की व्यवस्था महिला पुलिसकर्मियों के हाथों में थी। बेटियों को बेटों के बराबर बताते हुए सीएम ने पुलिस में उनकी तैनाती को सार्थक बताया, तो महिला पुलिसकर्मियों ने तालियां बजाईं। 
-कार्यक्रम की शुरुआत में स्व सहायता समूहों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। 
-वरिष्ठ विधायक बाबूलाल गौर मुख्यमंत्री की दाईं तरफ बैठे थे और मंत्री अर्चना चिटनिस के संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री से कुछ बात करते भी दिखाई दिए। 

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