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दो अक्टूबर 2018 तक खुले में शौच मुक्त होगा उ.प्र.-भूपेन्द्र चौधरी

लखनऊ, 12 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश खुले में 02 अक्टूबर 2018 तक शौच मुक्त हो जायेगा। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत 08 जिले खुले में शौच मुक्त हो गये हैं। पंचायती राज और लोक निर्माण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भूपेन्द्र चौधरी ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि उत्तर प्रदेश को खुले में शौच मुक्त करने की शपथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सभी ने ली हैं। दिन-रात गांवों में शौचालय निर्माण का कार्य हो रहा है। प्रदेश के आठ जिलें गौतमबुद्धनगर मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हापुड़, गाजियाबाद और बागपत खुले में शौच मुक्त हो चुके हैं। 

उन्होंने बताया कि गांवों में बन रहे शौचालय निर्माण में प्रशिक्षित राजमिस्त्री रखे गये हैं। उत्तर प्रदेश में लगभग 85 हजार राजमिस्त्री दिनरात काम कर रहें हैं। लक्ष्य तक पहुंचें बिना किसी की भी रूकने की इच्छा नहीं हैं। 

नमामि गंगे योजना के तहत गंगा के किनारे हो रहे निर्माण पर उन्होंने बताया कि गंगा के किनारे शौचालय निर्माण कराया गया है और पक्के घाटों पर दो एवं कच्चे घाटों पर एक शौचालय निर्माण हो चुका है। घनी बस्ती वाले गांवों तक शौचालय निर्माण हो चुका है। 

उन्होंने बताया कि स्वचछ भारत मिशन (ग्रामीण) में खर्च को चालिस प्रतिशत उ.प्र. सरकार और साठ प्रतिशत केन्द्र सरकार वहन कर रही है। इसके अलावा गांवों में प्रचार प्रसार कराये जा रहें हैं। निगरानी समितियां बनायी जा रही हैं। ये निगरानी समिति गांव में शौचालय को श्रति पहुंचाने वालों को रोकने और किसी के शौचालय होते हुये बाहर खुले में शौच करने से रोकने के लिये बनायी गयी हैं। 

उन्होंने बताया कि मात्र 10 माह के भीतर उत्तर प्रदेश खुले में शौच मुक्त होगा और इसके लिये ग्रामीण लोगों की भागीदारी आवश्यक है। सरकार अपना काम कर रही है और गांव-गांव तक शौचालय पहुंचाने का लक्ष्य प्राप्त कर के रहेगी। 

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