खबरेबिहारराज्य

मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद ,फ्रेंड्स आफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने रंग व गुलाल खेलकर किया

पटना, सनाउल हक़ चंचल-( 26 मई ) बिहार : संगठन लगातार श्रम उपायुक्त कार्यालय के स्थगन के लिए चरणबद्ध आंदोलन चला रहा था। संगठन के आंदोलन की जीत हुई है। साथ ही साथ उन मजबूर बेसहारा मजदूर भाइयों की भी जीत हुई है। कार्यालय स्थगन का यह आश्वासन उन पूंजीपतियों और कॉरपोरेट घरानों के मंसूबों पर करारी चोट है, जो साजिश के तहत इस कार्यालय को मुंगेर भेजकर मजदूरों के शोषण की पृष्ठभूमि तैयार करना चाहते थे।

श्रम उपायुक्त कार्यालय का बेगूसराय जैसे जिले में जिसे बिहार की औद्योगिक राजधानी कहा जाता है। अपरिहार्य आवश्यकता है।वैसे समय में जब जिले में सैकड़ों करोड़ का निवेश हो रहा है। फोरलेन सड़क और मोकामा में सिक्स लेन पुल में हजारों मजदूर काम करेंगे। उनके हक हकूक की रक्षा यह श्रम उपायुक्त कार्यालय करेगा। इसके लिए संगठन जिलाधिकारी को भी बधाई दी है। जिन्होंने स्थगनादेश के लिए चिट्ठी लिखी थी। सभा को संबोधित करते हुए संयोजक रमन शार्दुल और संजय सारंग ने कहा कि यह आश्वासन लोकतंत्र की जीत है। गरीब मजदूरों की जीत है। हमारा संगठन श्रम उपायुक्त कार्यालय के स्थानांतरण के विरोध में लगातार आंदोलन को कृतसंकल्पित था और हमलोग इस कार्यालय को रोकने के लिए मजदूर भाइयों के हित में किसी भी हद तक आंदोलन करने को दृढ़ संकल्पित थे।

हमारा संगठन एकबार फिर से मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को बधाई देता है। साथ ही साथ उन तमाम संगठनों के कार्यकर्ता बंधु भी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने श्रम उपायुक्त कार्यालय के स्थगन आदेश के लिए पहल की है। हमारा संगठन मीडिया के तमाम अभिभावकों का हृदय से धन्यवाद करता है। जिनके सहयोग के बिना हमारे आंदोलन का कोई मूल्य नहीं था। सभा का संचालन प्रियांशु कुमार ने किया। मौके पर कुणाल कुमार, चंदन कुमार, सुशील सिंह, प्रभु सदा, डिंडोरी सदा, बोल बम कुमार, शशिकांत कुमार, बंटी कुमार, अविनाश कुमार, सुकम सदा, दिनेश रजक सहित दर्जनों कार्यकर्ता और मजदूरों ने उपस्थित होकर रंग अबीर खेलकर अपनी खुशी का इजहार किया और जश्न मनाया।

यह भी पढ़े : पुलिस ने पकडे 9 मुन्ना भाई , एक फरार

Related Articles

Back to top button
Close