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लंबी दूरी की गाड़ियों को पालघर रेलवे स्टेशन पर रोकने के लिए यात्रियों का अभियान

वसई (आर एन सिंह) जिला मुख्यालय होने के बाद पालघर रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की गाड़ियों के स्टॉप के लिए प्रवासी संघटन की ओर से अभियान शुरू किया गया है| जिला अधिकारी की ओर से इस विषय को लेकर रेलवे अधिकारियों को पत्र भी दिया गया है| 
ज्ञात हो कि जिले का मुख्यालय होने के कारण पालघर एक महत्वपूर्ण स्थान है| इसी तरह से 14 वर्षों से पालघर रेलवे स्टेशन पर एक भी लंबी दूरी की गाड़ियों का स्टॉप नहीं होता था| गौरतलब है कि अनेक लंबी दूरी की नियमित गाड़ियां को पालघर स्टेशन पर स्टॉप किया जाता है, लेकिन अधिक समय का स्टॉप नहीं दिया जाता है, जिसके कारण पुणे, कोंकण सहित राजस्थान और दक्षिण की ओर जाने वाले हजारों यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है| पश्चिम रेलवे का विरार स्टेशन के बाद पालघर एक महत्वपूर्ण स्टेशन है|
सभी प्रमुख सरकारी कार्यालयों का मुख्यालय पालघर में स्थित है| इसी प्रकार जिला बनने के बाद पालघर की जनसंख्या असाधारण रूप से बढ़ी है| पालघर एक महत्वपूर्ण स्थान होने के बाद भी गत 14 वर्षों से एक भी लंबी दूरी की नयी गाड़ियो का पालघर रेलवे स्टेशन पर स्टॉप नहीं रखा गया है| मार्च, वर्ष 2003 में बांद्रा-जयपुर गाड़ी को पालघर रेलवे स्टेशन पर स्टॉप दिया गया था| यह आखिरी ट्रेन थी| इसके बाद एक भी नयी गाड़ियों का पालघर रेलवे स्टेशन पर स्टॉप नहीं दिया गया| वर्तमान में पालघर की ओर से 10 लंबी दूरी की ट्रेनों का स्टॉप होना संभव है| इसमें सौराष्ट्र जनता एक्सप्रेस, बांद्रा बीकानेर रणकपुर, बांद्रा जयपुर एक्सप्रेस, सौराष्ट्र एक्सप्रेस, सौराष्ट्र मेल, गुजरात मेल, देहरादून एक्सप्रेस, फिरोजपुर जनता एक्सप्रेस, फलाइंग रानी सुपरफास्ट और लोकशक्ती आदि गाड़ियां शामिल हैं| वर्ष 2003 के बाद अनेक लंबी दूरी की गाड़ियों की शुरुआत के बाद इसी तरह से कई नयी गाड़ियों की घोषणा किया गया है|
फिर भी पालघर रेलवे स्टेशन पर किसी भी गाड़ियों का स्टॉप नहीं मिला हुआ है| ११ फरवरी १९८३ को रेलवे नीति के तहत प्रत्येक जिला के मुख्यालय पर स्टॉप देने को पास किया गया था| रेलवे स्वयं के बनाये नियम का ही पालन नहीं करती दिखाई दे रही है| डहाणू वैतरणा प्रवासी सेवाभावी संस्था व संघटन की ओर से महाव्यवस्थापक से मुलाकात कर ट्रेनों का स्टॉप बनाने की मांग की गयी है| पालघर जिला अधिकारी प्रशांत नरनावरे की ओर से रेलवे महाव्यवस्थापक को भी पत्र दिया गया है|
पालघर स्टॉप नहीं होने के बाद भी कई गाड़ियों को घंटों साइड में रखा जाता है| पुणे इंदौर ट्रेन को प्रतिदिन आधा घंटा पालघर रेलवे स्टेशन पर साइड में खड़ी रखी जाती है, लेकिन उक्त ट्रेन का स्टेशन पर स्टॉप नहीं दिया गया है| इस प्रकार केरल संपर्क क्रांति, कोचवेलू देहरादून, अमृतसर कोविवेलू प्रतिदिन 15 से 20 मिनट तक पालघर रेलवे स्टेशन पर साइड में खड़ी की जाती है| पालघर रेलवे स्टेशन पर गाड़ियों को साइड में खड़ी करने को बनाया गया है, जिसके कारण यात्रियों में तीव्र नाराजगी व्यक्त की गयी है| वर्ष 2003 के बाद कई गाड़ियों को शुरू किया गया| बंगलूर-जोधपुर और मैसूर-अजमेर आदि गाड़ियों में पालघर के सबसे अधिक यात्रीय यात्रा करते है| इसके बावजूद भी पालघर रेलवे स्टेशन पर इन गाड़ियों का स्टॉप नहीं रखा गया है| 

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