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हिमालय नेचर जू पार्क कुफरी में दस्तक देगा स्नो लैपर्ड

शिमला (ईएमएस)। कुफरी का प्रसिद्ध हिमालयन नेचर जू पार्क, जहां पर बहुत से ऐसी दुर्लभ प्रजातियां हैं, जो इस जू के अलावा देश में कहीं और नहीं है। बात कस्तूरी मृग की हो या हिमालयन ताहर की ये जानवर केवल इसी जू में पाए जाते हैं। इस नेचर पार्क की शान बहुत जल्द बर्फानी तेंदुओं का जोड़ा बढ़ाने वाला है, जिसे दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू हिमालयन जू से जल्द ही यहां लाया जाएगा। वर्ष 2004 में कुफरी में बर्फानी तेंदुओं का जोड़ा मौजूद था,जिसमें मादा का नाम सपना और नर का नाम सुभाष था, लेकिन 2007 में मादा तेंदुआ की मौत हो गई थी और 2012 में नर तेंदुआ को ब्रिड़िग के लिए दार्जिलिंग जू भेज दिया गया था। फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर हिमांशु, कुफरी का कहना है कि सेंट्रल जू अथॉरिटी से इस बात के लिए अनुमति मिल गई है।

वन विभाग सड़क या वाई-एयर बर्फानी तेंदुओं के जोड़ों को शिमला पहुंचाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। वहीं, तेंदुओं की शिमला आने की तारीख निश्चित नहीं हुई है,लेकिन मई महीने के अंत तक या जून के पहले हफ्ते तक बर्फानी तेंदुओं की कुफरी जू में पहुंचने की संभावना है। हिमालन नेचर पार्क को अधिक आकर्षित बनाने के लिए थ्रीडी थियेटर भी का निर्माण भी किया जाएगा,जिसमें जू में घूमने आने वाले पर्यटकों को वाइल्ड लाइफ पर फिल्म भी दिखाई जाएगी। शिमला से करीब 13 किलोमीटर दूर कुफरी में स्थित हिमालयन नेचर पार्क में बहुत सी ऐसी प्रजातियां हैं,जो देश के किसी दूसरे जू में नहीं हैं। लेकिन कुफरी आने वाल पर्यटकों को इस बारे में कम ही जानकारी मिल पाती है। क्योंकि रास्ते में बहुत कम होर्डिंगस लगाए गए हैं। और वन विभाग की ओर से भी जू का प्रचार बहुत कम किया जाता है। इस कारण कुफरी आने वाले बहुत से पर्यटक यहां आने से वंचित रह जाते हैं।

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