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हरियाणा में बिगड़ा मौसम, मंडियों में लाखों क्विंटल भीगा गेहूं

चंडीगढ़ । हरियाणा व पंजाब में मौसम का मिजाज बिगड़ने से मंडियों में बिकवाली के लिए आई लाखों क्विंटल गेहूं बारिश की भेंट चढ़ गई। पिछले दो दिनों से आसमान बादलों से ढका हुआ था। तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश का सिलसिला प्रदेशभर में जारी था। रविवार सुबह एकाएक मेघ गर्जना के साथ बारिश का आगाज हुआ। बारिश से खुले आसमान में पड़ा लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया। खासकर खरीद केंद्रों पर किसानों के साथ आढ़तियों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि वहां तिरपाल व शेड की कोई व्यवस्था नहीं है। ज्यादातर खरीद केंद्रों पर तो अभी तक बारदाना भी नहीं पहुंच पाया है, जिसके चलते तुलाई की गई गेहूं भी बारिश की भेंट चढ़ गई। उठान धीमा होना भी परेशानी का सबब बना हुआ है। उठान धीमा होने का सबसे बड़ा कारण लेबर की कमी भी है।

कोरोना चुनौती से निपटने और लॉकडाउन में सोशल डिस्टेसिंग को बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से इस बार 2 हजार से ज्यादा गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं। प्रदेश में 20 अप्रैल से गेहूं खरीद का कार्य शुरू हुआ था, अभी तक 20 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की खरीददारी की जा चुकी है। हर रोज औसतन 40 हजार किसानों की पांच लाख से ज्यादा गेहूं की खरीददारी की जा रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 20 प्रतिशत गेहूं की खरीद की जा चुकी है लेकिन उठान मुश्किल से पांच फीसद गेहूं का ही हो पाया है। मंडियों से लेकर खरीद केंद्रों पर गेहूं के कट्टों के अंबार लगे हुए हैं।

इन जिलों में हुई बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक प्रदेशभर में धूल भरी आंधी के साथ तेज बारिश हुई है। मेघ गर्जना के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, पानीपत, जींद, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, चरखी-दादरी के साथ एनसीआर से सटे गुरुग्राम व फरीदाबाद में बारिश से मंडियों में गेहूं भीगा है।

यह रहेगा मौसम का हाल
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं की वजह से आगामी 30 अप्रैल तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। खासकर 48 घंटों में यानी रविवार व सोमवार को तेज हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। राजस्थान से सटे क्षेत्रों में धूल भरी आंधी चलने की भी संभावना जताई जा रही है।

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