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इसलिए नहीं आती परफेक्ट सेल्फी , जाने वजह

लंदन (ईएमएस)। आपने अक्सर देखा होगा कि जब भी सेल्फी ली जाती है, तो वह उतनी अच्छी नहीं आती है, जितने आप वास्तव में होते हैं। आप सोचते होंगे कि ऐसा क्यों होता है? वास्तव में यह सेल्फी लेने वाले सभी लोगों की प्रमुख चिंता है। विज्ञान ने इस पहेली का हल निकाल लिया है। विज्ञान ने कहा कि अगर आपका हाथ पांच फीट यानी 1.5 मीटर का हो, तो परफेक्ट सेल्फी ली जा सकती है। जामा फेशियल प्लास्टिक सर्जरी जर्नल में प्रकाशित एक शोध पत्र के अनुसार, 5 फीट की दूरी से क्लिक की गई तस्वीरों में चेहरे की विकृति नहीं दिखती है। इसा नहीं होने पर आपकी नाक 30 प्रतिशत तक बड़ी दिख सकती है।

प्लास्टिक सर्जन और अध्ययन के को-ऑथर बोरीस पास्कहोवर ने बताया। उन्होंने कहा कि कई साल से मैंने मरीजों और परिवार के सदस्यों को सेल्फी दिखाने के दौरान यह कहते हुए सुना है कि मेरी नाक को देखो। ये सेल्फी लेने में काफी बड़ी दिखती है। उन्होंने लाइव साइंस को बताया कि मैं हमेशा अपने मरीजों को बताता था कि आप जैसे वास्तव में दिखते हैं, यह वैसी नहीं है। मुझे पता था कि सेल्फी नाक के आकार को विकृत करती है। मैं इसे साबित करना चाहता था। रुटगर्स न्यूजर्सी मेडिकल स्कूल और कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के अपने साथियों के साथ पास्कहोवर और उनके सहयोगियों ने कैमरे के एंगल और दूरी से सेल्फी के खराब होने के कारण की व्याख्या करने के लिए गणितीय मॉडल का उपयोग किया।

शोधकर्ताओं ने फिर कैमरे को 12 इंच (30 सेमी) दूर, 5 फीट (1.5 मीटर) दूर और अनंत दूरी पर रखकर चेहरे की विशेषताओं के सापेक्ष विरूपण को देखा। लेखकों ने लिखा कि अनुमानतः 5 फीट यानी करीब 1.5 मीटर की दूरी से ली गई सेल्फी में नाक के आकार में कोई अंतर नहीं आता है। यानी अगर आप भी अपनी परफेक्ट सेल्फी लेना चाहते हैं, तो कैमरे को इतनी ही दूरी पर रखना होगा। अमेरिकन एकेडमी ऑफ फेशियल प्लास्टिक एंड रिकोनस्ट्रक्टिव सर्जरी इंक की ओर से साल 2017 में इस बारे में एक सर्वे किया गया था। इसमें प्लास्टिक सर्जन्स ने बताया था कि उनके पास आने वाले करीब 50 प्रतिशत से अधिक मरीज सेल्फी में खुद को बेहतर दिखाने के लिए उपचार कराने के लिए आते हैं।

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