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पालघर में दफनाया गया आदमी निकला जिंदा

शोक में दुबे परिवार की ख़ुशी लौटी

पालघर :-  पालघर में एक अजीबो गरीब घटना सामने आई है.इस घटना को जो भी सुना वह हैरान है, क्योकि पालघर में एक परिवार ने जिसे मरा हुवा समझकर दफनाया वह जिंदा निकला.जिसके बाद इस परिवार का गम खुशियों में बदल गया. जब इस परिवार ने इस घटना की खबर पालघर जीआरपी को दिया तो यह सुनकर जीआरपी भी हैरान रह गयी .

दरसल मामला कुछ इस प्रकार है 29 जनवरी को बोईसर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आने से एक अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन से कट कर मौत हो गयी थी. दुसरे दिन इस अज्ञात शव की पहचान रफीक शेख नामक व्यक्ति के रूप में हुई.क्यो की इस शव का चेहरा पूरी तरह से रफीक जैसा होने के कारण उसके परिजन और दोस्त उसे पहचानने में धोखा खा गए. उसके बाद रफीक का  परिवार रोते  बिलखते रेलवे पुलिस थाने में पहुंचता है. उसके बीबी बच्चों को केरल से बुलाया जाता है. उसके बाद तीन दिन बाद उसका धर्म के रीत रिवाज से उसका अंतिम संस्कार करते हुए उसे पालघर के कब्रिस्तान में दफनाया गया.

यह मामला उस समय बाहर आया जब जिस व्यक्ति को मरा हुआ समझ कर दफनाया गया था. उस व्यक्ति ने अपने  एक दोस्त को विडीयो काल किया, इस विडीयो काल पर उसका दोस्त उसे देखकर हैरान रह गया. उसके बाद उसके दोस्त ने रफीक के परिजनों को बताया तो यह बात सुनकर सब हैरान रह गए. और उससे मिलने के लिए उसके पास पहुंच गए. उसे जिंदा देखकर परिजनों के खुशी का ठिकाना नही रहा.

परिजनों ने पुलिस से की थी गुमशुदा की शिकायत

किसी कारण बस रफीक करीब 3 महीने पहले घर छोड़कर कर चला गया था.काफी तलाशने के बाद जब वह नही मिला उसके बाद  घर वालो ने पालघर पुलिस स्टेशन में उसके गुमशुदा की लिखित शिकायत की थी. बाद में पता चला कि वह पालघर जिले के सफाले के पास अनाथ लोगो की देखभाल करने वाली एक संस्था में रह रहा है. अब इस परिवार का गम खुशियों में बदल गया, लेकिन आखिर जिस  लाश को रफीक की लाश समझ कर दफनाया गया था वह लाश किसकी है. इस लावारिश लाश के वारिस को ढूढना पालघर जीआरपी के लिए फिर चुनौती बन गया.

 

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