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सूर्योदय की धरती से निकलेगी देश के विकास की किरण : प्रधानमंत्री

इटानगर में नवनिर्मित सचिवालय भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में पीएम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सीएम पेमा खांडू के सहयोग को सराहा 

इटानगर, 15 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सूर्योदय की धरती अरुणाचल प्रदेश से देश के विकास का भी सूर्योदय हो रहा है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में अरुणाचल प्रदेश विकास का एक नया सफर तय कर रही है। ये बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजधानी इटानगर में नवनिर्मित सचिवालय भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उन्होंने इस मौके पर इंदिरा गांधी मैदान में आयोजित एक समारोह को संबोधित किया। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री राजधानी में बने डोर्जी खांडू राज्य सम्मेलन केन्द्र, अरुणाचल प्रदेश के सचिवालय का उद्घाटन करने के साथ ही तामो रिबा राज्य स्वास्थ्य एवं मेडिकल साइंस अकादमिक ब्लाक का उद्घाटन किया।

समारोह में उमड़े जनसैलाब को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिस बिल्डिंग का उद्घाटन किया है वह सिर्फ एक बिल्डिंग नहीं है, बल्कि अरुणाचल प्रदेश के दीर्घकालीन सपनों का एक जीता जागता ऊर्जा केंद्र है। उन्होंने कहा कि यहां बने कन्वेंशन सेंटर में देश के बड़े-बड़े व्यापारिक घरानों और केंद्रीय मंत्रालयों की बैठक दिल्ली और मुंबई के बदले अरुणाचल प्रदेश में आकर आयोजित करने पर वे जोर देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश की सरकार को दिल्ली से निकालकर हिंदुस्तान के कोने- कोने तक पहुंचाने के प्रयास में लगे हैं। ताकि सरकार देश के हर कोने से चले। इटानगर के आईजी पार्क में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जब से केंद्र में उनकी सरकार बनी है पूर्वोत्तर के तरफ उन्होंने विशेष ध्यान दिया है| उन्होंने केन्द्रीय मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि हर सप्ताह किसी न किसी विभाग के मंत्री अपने सचिवों के साथ पूर्वोत्तर के किसी न किसी राज्य में आकर बैठकर करें।

उन्होंने कहा कि पहले डोनर मंत्रालय के लोग दिल्ली में बैठकर पूर्वोत्तर के लिए योजनाएं बनाते थे, लेकिन उनकी सरकार के कार्यकाल में ऐसा नहीं हो रहा है। डोनर मंत्री संबंधित राज्य में बैठकर वहां के लोगों के साथ विचार-विमर्श के साथ ही अब विकास की योजनाएं तैयार करते हैं। ताकि, उन्हें सही-सही स्थिति का पता चल सके और कारगर योजनाएं बनाई जा सकें। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने चाहे वह कृषि का क्षेत्र हो या स्वास्थ्य और शिक्षा का हर क्षेत्र में अपनी योजनाओं को ग्रामोन्मुखी बनाने की कोशिश की है।

उन्होंने कहा कि हर 3 संसदीय क्षेत्र के बीच में एक बड़ा राष्ट्रीय स्तर का अस्पताल और एक मेडिकल कॉलेज बनाने की उनकी योजना है, जिससे स्थानीय लोग वहीं उन्नत चिकित्सा सुविधा भी प्राप्त करें और स्थानीय छात्र उसी कॉलेज में पढ़ कर उसी जगह अपनी सेवाएं भी दें। स्थानीय बीमारियों को पहचानने में उन्हें कोई कठिनाई नहीं होगी और वे अपने घर में रहकर ही काम भी कर पाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यम वर्ग को गंभीर बीमारियों की मार से बचाने के लिए ही उन्होंने आयुष्मान भारत नामक योजना की शुरुआत की है। प्रत्येक परिवार को मेडिकल की सुविधाएं प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत परिवार के प्रत्येक सदस्य को गंभीर बीमारी की स्थिति में 5 लाख रुपए तक की चिकित्सा सुविधा मुफ्त में मिलेगी।

अपने संबोधन में उन्होंने प्रत्येक पंचायत में वेलनेस सेंटर और ग्रामीण हॉट बनाने की भी बात कही। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों से अपील की कि वे अपने राज्य में अस्पताल बनाने के लिए आने वाले निवेशकों को भूमि से लेकर तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाएं ताकि अधिक से अधिक अस्पताल देश में खोले जा सकें। प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार की लड़ाई में अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू भरपूर सहयोग दे रहे हैं। 

प्रधानमंत्री ने जनसभा में बताया कि किस प्रकार से विधवाओं को मिलने वाले पेंशन की राशि की हेराफेरी हो रही थी। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर करने की व्यवस्था करके उन्होंने देश का 57 हजार करोड़ रुपए बचाया है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री खांडू की तारीफ करते हुए कहा कि खांडू ने वर्ष 2027 तक अरुणाचल प्रदेश को समृद्ध बनाने के लिए जिस प्रकार देश के बुद्धिजीवियों के साथ बैठकर ब्लू प्रिंट तैयार किया है, वह बेहद ही सराहनीय है। इससे अरुणाचल प्रदेश का समेकित विकास हो सकेगा। इसकी रोशनी पूरे देश में फैलेगी। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के जय हिंद का उद्घोष पूरे देश में सुनाई देता है। उन्होंने अरुणाचल वासियों को एक नई सौगात की घोषणा करते हुए बताया कि दिल्ली से नाहरलगुन तक अब सप्ताह में 2 दिन सीधे रेलगाड़ी चलाई जाएगी। इस रेलगाड़ी का नाम अरुणाचल एक्सप्रेस होगा। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के लोगों की सजगता की चर्चा करते हुए कहा कि अगर कनेक्टिविटी सही हो तो अरुणाचल के लोग कहीं भी पहुंच सकते हैं। 

नरेंद्र मोदी ने कहा कि यदि किसी को सूर्योदय देखना होगा तो उसे अरुणाचल प्रदेश आना ही होगा। प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार के द्वारा चलाए जा रहे विकास एवं लोगों को सुविधा पहुंचाने वाली विभिन्न योजनाओं की अपने संबोधन के दौरान चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में सड़कों के विकास के लिए केंद्र सरकार की 18 हजार करोड़ रुपए की योजना इन दिनों चल रही हैं। भाषण के दौरान तालियों की गड़-गड़ाहट से पूरा मैदान गूंजता रहा। इस कार्यक्रम में अरुणाचल के राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवा निवृत्त) डॉ. बीडी मिश्रा, मुख्यमंत्री पेमा खांडू, केंद्रीय डोनर मंत्री जितेंद्र सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू, सांसद नेनोंग एरिंग समेत बड़ी संख्या में राजनेता तथा पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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