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मरा हुआ बेटा होगा जिंदा , लोग कर रहे हैं प्रार्थना !

मुंबई : मुंबई के पास अंबरनाथ में अंधविश्वास की एक ऐसी घटना सामने आई है जिसे देखने के बाद लोगों की आंखे खुली की खुली रह गयी । पुलिस भी हैरान है कि, आज भी 21वी शदी में समाज अंधविश्वास के जाल में कितना जकड़ा हुआ है। 10 दिन पहले कैंसर की बीमारी के चलते हुई एक युवक की मौत के बाद युवक का धर्मगुरु बाप अपने बेटे के फिर जिंदा होने की उमीद में उसकी लाश को लेकर इस चर्च से उस चर्च भटकता रहा। 10 दिन तक बच्चे के शव को सामने रखकर प्रार्थना की जाती रही। इस उम्मीद पर कि मृतक युवक जिंदा हो जाएगा। आखिरकार इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले की छानबीन तेज करते हुए मुंबई पुलिस ने एफआईआर की प्रक्रिया शुरू कर दिया है।

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 दरअसल मुंबई के चिंचपोकली इलाके में रहने वाले पेशे से बिसफ़ धर्म गुरु ऑक्टविया जोसेफि का बेटा मिशख कुछ सालों से कैंसर से पीड़ित था। काफी उपचार करने के बाद भी उसकी जान नहीं बच पाई। मिशख ने दम तोड़ दिया। मिशख के पिता ऑक्टविया ने धर्मगुरु होने के नाते जो किया वह काफी चौका देने वाला है। विशख की मौत के बाद उसकी अंत्येष्टि की जानी चाहिए थी, लेकिन बेटे की चाह में पड़े इस अंधविश्वास से भरे धर्मगुरु बाप ने अपने बेटे पर ही प्रयोग शुरु कर दिए। मेरा बेटा फिर जिंदा हो सकता है, इस उम्मीद पर अपने बेटे के शव को मुंबई के नाकपाड़ाड़ इलाके के एक चर्च में रख दिया जहां 8 दिन तक ऑक्टविया अपने कुछ भक्तों के साथ यहां प्रार्थना करता रहा। बेटा तो नहीं जिंदा हुआ अलबत्ता पुलिस जाग गई। तुरंत पुलिस उस चर्च में पहुंची । ऑक्टविया को तुरंत बच्चे की अंत्येष्टि करने के निर्देश दिए गए। पुलिस को अंत्येष्ठि जल्द किये जाने की बात तो कही गयी लेकिन ऐसा नहीं किया। अपने बच्चे को शो को लेकर वह फिर मुंबई से 50 किलोमीटर दूर अंबरनाथ के जीसस फ़ॉर आल नेशन इस संस्था के हॉल में ले गया ।जहां छोटा सा चर्च भी है यहां पर विशख की बॉडी फिर रखी गई और फिर प्रार्थनाओं का दौर शुरू हुआ । पुलिस स्टेशन से 10 कदम दूरी पर हो रही इस घटना की जानकारी अम्बरनाथ  पुलिस को मिली ।

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रात के अंधेरे में हो रही प्रार्थना के दौरान पुलिस ने धावा बोल दिया . जिस समय पुलिस हॉल में पहुंची उस समय शव के सामने ऑक्टविया और उसके 250 से से 300 तक भक्त प्रार्थना कर रहे थे । यहां पर पुलिस ने विनती की की मिशख अंत्येष्टि तुरतं कर दी जाए ।ऑक्टविया अपने बेटे के शव को लेकर नागपाड़ा चला गया ।अब इस मामले में पुलिस कार्रवाई की बात कह रही है अमरनाथ के एसिपी सुनील पाटिल का कहना है कि, इस मामले में नागपाडा पुलिस कार्यवाही कर रही है इस मामले में जरूर FIR होगा बड़ी

हैरान करने वाली बात है कि, आज के आधुनिक युग में आज भी लोग अंधविश्वास के जाल में किस कदर जकड़े हैं कि एक कैंसर पीड़ित युवक के मरने के बाद भी उसे जिंदा करने के लिए उसके शव को 10 दिन तक रख कर प्रार्थना करते हैं . दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद लोग भी अब काफी हैरान है

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