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तमिलनाडु सरकार के विश्वासमत का मामला राष्ट्रपति की दहलीज पर.

National.नई दिल्ली, 23 फरवरी = तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी के विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने का मामला अब राष्ट्रपति की दहलीज पर दस्तक देने जा रहा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता एम. स्टालिन गुरूवार शाम को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात कर अन्नाद्रमुक सरकार के विश्वासमत हासिल करने के तरीके को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे।

द्रमुक के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद आरएस भारती ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में कहा कि, स्टालिन की अगुवाई में द्रमुक नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल शाम सात बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल स्टालिन के अलावा, दुरई मुरुगन, राज्यसभा सांसद टीकेएस इलांगोवन, शिवा त्रिचि व भारती भी शामिल रहेंगे। स्टालिन दिल्ली के लिए चेन्नई से रवाना हो गए हैं। बताते चलें कि पलानीसामी ने 18 फरवरी को विधानसभा में भारी हंगामे के बीच विश्वासमत हासिल किया था। विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामे के कारण द्रमुक सदस्यों को सदन से बाहर कर दिया था। विपक्षी द्रमुक समेत अन्नाद्रमुक के दूसरे धड़े के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने गुप्त मतदान की मांग की थी, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने ठुकरा दिया।

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स्टालिन ने इससे पहले राज्यपाल विद्यासागर राव से भी मुलाकात कर पलानीसामी सरकार के विश्वासमत हासिल करने के तरीके पर आपत्ति उठाई है। उन्होंने राज्यपाल से कहा है कि यह विश्वासमत बलपूर्वक हासिल किया गया है जिसे जायज नहीं ठहराया जा सकता।
पलानीसामी ने 18 फरवरी को तमिलनाडु विधानसभा में 11 के मुकाबले 122 मतों से बहुमत हासिल किया।

गौरतलब है कि द्रमुक ने बीते बुधवार को पूरे सूबे में भूख हड़ताल का आह्वान किया था। भारती ने दावा किया कि यह हड़ताल इतनी सफल रही की सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक को यह कहना पड़ा कि विपक्षी द्रमुक उनकी सरकार को गिराने का प्रयास कर रहा है।

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