Home Sliderउत्तर प्रदेशखबरेराज्य

सावधान : नोटबंदी के बाद भारत में करोड़ों की फेक करेंसी खपाने की तैयारी , अलर्ट जारी

– नोटबंदी के बाद फेक करेंसी के सबसे बड़े खुलासे से खुफिया अलर्ट 
– बिहार से पकड़े गए मोतिउर्र रहमान के खुलासे के बाद देश में किया गया अलर्ट 
– 200 और 50 के नए नोट के जाली नोटों को खपाने की तैयारी में है आईएसआई 

सिद्धार्थनगर, 12 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत को एक बार फिर आर्थिक चोट देने के लिए बड़े प्लान पर काम कर रही है। नेपाल के रास्ते फेक करेंसी की बड़ी खेप भारतीय सीमा में खपाने के लिए नेटवर्क खड़ा किया जा रहा है। नोटबंदी के बाद काफी दिनों तक शांत पड़ा नेटवर्क एक बार फिर सक्रिय होता दिख रहा है। 

बिहार के पटना जंक्शन से गिरफ्तार मोतिउर्र रहमान ने चौकाने वाला खुलासा कर खुफिया तंत्र के हो उड़ा दिए हैं। इस खुलासे के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नेपाल सीमा पर सक्रिय खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। सिद्धार्थनगर से लगी 68 किमी खुली सीमा पर एसएसबी के साथ अन्य खुफिया एजेंसियों ने निगरानी तेज कर निष्क्रिय पड़ी जाली नोट के तस्करों की जड़ खंगालने का काम तेज कर दिया है। पाकिस्तान और नेपाल का जाली नोटों का कनेक्शन सामने आने से बार्डर फिर संवेदनशील हो गया है। 

नोटबंदी के बाद नए नोट की फेक 

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ भारत में नोटबंदी के बाद छोटे कंसाइनमेंट में भारत की अर्थ व्यवस्था पर चोट करने का प्लान किया है। इसके लिए दो सौ और पचास रुपए के नए नकली नोटों की बड़ी खेप बंगलादेश और नेपाल के रास्ते भेजने की फिराक में है। खुफिया सूत्रों की मानें तो दो सौ और पचास के नकली नोटों की कई बड़ी खेप छोटे-छोटे कंसाइनमेंट में भारत में खपाई जा चुकी है। 

नकली नोटों के सौदागर ने खोली जुबान 

खुफिया सूत्रों की मानें तो बिहार के पटना में फरक्का एक्सप्रेस से गिरफ्तार नकली भारतीय नोट के सौदागर मोतिउर्र रहमान ने खुफिया राजस्व निदेशालय (डीआरआइ) की पूछताछ में जुबान खोलकर अफसरों को चौका दिया। सूत्रों की मानें तो उसने डीआरआइ अधिकारियों के सामने पाकिस्तान की मंशा उजागर की है। मोतिउर्र ने बताया कि देश में नोटबंदी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी दो सौ और पचास के नए नोट अभी पूरी तरह प्रचलन में नहीं आए हैं। आइएसआइ ने इसी को अपना हथियार बनाकर दो सौ और पचास के नए नोट भारत में भेजने की साजिश रची है।

खुफिया टारगेट पर आए नोट तस्कर 

सूत्र बताते हैं कि डीआरआइ की दिल्ली टीम ने विगत दिल्ली से आ रही फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन से मोतिउर्र रहमान को पकड़ा था। वह मूलरूप से बिहार के मालदा के कलियाचक का रहने वाला है। काफी दिनों से वह भारतीय खुफिया एजेंसी के निशाने पर था। सूत्रों की मानें तो उसे उस वक्त पकड़ा गया जब वह दिल्ली में नकली नोट की सप्लाई कर वापस मालदा लौट रहा था। मोतिउर्र रहमान ने डीआरआइ की टीम के सामने स्वीकार किया कि वह दिल्ली में दो सौ व पचास के नकली नोटों की एक बड़ी खेप पहुंचाया है। इससे पहले 4 जनवरी को डीआरआइ की टीम ने दिल्ली में मोतिउर्र रहमान के एक गुर्गे को 3 लाख की फेक करेंसी के साथ गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर मोतिउर्र रहमान फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन से पटना में दबोचा गया।

नेपाल सीमा पर जारी हुआ खुफिया अलर्ट 

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की मंशा का एक बार फिर बड़ा खुलासा होने के बाद नेपाल सीमा पर सक्रिय खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया है। सूत्रों की मानें तो खुफिया तंत्र को नेपाल के रास्ते भारत में जाली नोट की बड़ी खेप आने का अंदेशा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से इंडो नेपाल बॉर्डर पर काम करने वाली खुफिया एजेंसियों को जाली नोट को लेकर विशेष रूप से अलर्ट रहने को कहा है। अलर्ट का असर सिद्धार्थनगर से लगी नेपाल की खुली सीमा पर भी देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश से लगी नेपाल सीमा पर पूर्व में भी जाली नोटों के बड़े सौदागर पकड़े गए हैं। यूपी में जाली नोटों के तस्करों की मजबूत जड़ का कई बड़ा खुलासा भी हो चुका है। नेपाल सीमा का बढऩी, सोनौली, के साथ दो दर्जन से अधिक ऐसे प्वाइंट हैं जहां से जाली नोटों की सप्लाई होने की आशंका रहती है। 

Related Articles

Back to top button
Close