उत्तराखंडखबरे

संतों ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

हरिद्वार 03 जनवरी =  अखाड़ा संगलवाला के महंत सागर मुनि के साथ हुई मारपीट पर अब तक कोई कार्यवाही न होने पर आज संतों का गुस्सा एक विधायक पर फूट पड़ा । संतों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान करते हुए कहा कि संतों की सम्पत्तियों को हड़पने और हमला कराने वालों का आगामी चुनाव में संत समाज बहिष्कार करेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत मोहनदास की अध्यक्षता में बैठक अखाड़ा संगलवाला में सम्पन्न हुई।

इस संबंध में संतों-महंतों का एक प्रतिनिधिमण्डल प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिला जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संत सागर मुनि के हमलावरों को तुंरत गिरफ्तार करने की मांग की गई। एक राजनीतिक पार्टी द्वारा धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए अखाड़ा संगलवाला के अध्यक्ष महंत दिव्याम्बर मुनि ने कहा कि भाजपा का एक विधायक धार्मिक सम्पत्ति हड़पने के लिए अपने गुर्गों से दो बार संत सागर मुनि पर हमला करवा चुका है ताकि संत बदमाशों के डर से आश्रम छोड़कर भाग जायंे और सम्पत्ति पर विधायक का कब्जा हो जाये।

अखाड़ा संगलवाला के महंत सागर मुनि पर गत 23 दिसम्बर को लक्सर थाना के अन्तर्गत ग्राम ऊद में जानलेवा हमला हुआ था जिसकी रिपोर्ट थाना लक्सर में दर्ज करा दी गई थी लेकिन एक विधायक के दबाव में लक्सर पुलिस अपराधियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। इस सम्बन्ध में बुधवार को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के संत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का घेराव करेंगे तथा उनसे अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग करेगें।

स्वामी हरिचेतनानंद ने पुलिस की कार्यशैली पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि धर्म निरपेक्ष देश और देवभूमि में संतों पर हो रहे हमलों पर पुलिस का मूकदर्शक बनना चिन्ता का विषय है और इस पर राज्य के मुख्यमंत्री को स्वयं संज्ञान लेना चाहिए। संतों की बैठक में मुख्यमंत्री के प्रवक्ता राजेश रस्तोगी ने कहा कि वे स्वयं मुख्यमंत्री को सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी देगें और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही करोयगें। बैठक में महंत निरंजनदास, प्रेमदास, दर्शनदास, सुन्दरदास, कमलदास, गंगादास, राममुनि, प्रेमानंद, लवचन्द्रदास, दामोदर दास, जयंत मुनि, सुखदेव मुनि, अभयानंद, सागर मुनि उपस्थित थे।

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