खबरेमध्यप्रदेश

इन 10 रातों में आप टूटते तारे देख सकते हैं !

भोपाल, 25 जनवरी =  कुछ फिल्मों में देख आजकल रात के समय आकाश में टूटते तारे को देखकर कई लोग कुछ खास मांगने की प्रार्थना करने लगे हैं। इसे देखने के लिये कई लोग टकटकी लगाये आकाश की ओर निहारते हैं, लेकिन हर समय आपको आसमान में तारे टूटते हुए नहीं दिखाई देते। कुछ खास मौकों पर ही ऐसे नजारे देखने को मिलते हैं। वर्ष 2017 में कुल 10 रातें ऐसी होंगी, जब आप आसमान में टूटते तारे देख सकेंगे।

विज्ञान संचारक सारिका घारू ने बताया कि हमारे सौरमंडल में सूर्य और उनके ग्रहों के अलावा ढेरों असंख्य छोटे-बड़े आकाशीय पिंड निरंतर घूमते रहते हैं। जब ये पिंड हमारे वातावरण में आते हैं, तो घर्षण के कारण गर्म हो जाते हैं और जलने लगते हैं। यह हमें टूटते तारे की तरह लगते हैं। उन्हें उल्का और साधारण बोलचाल की भाषा में टूटते तारे कहा जाता है।

सारिका ने बताया कि उल्काओं का जो अंश वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी तक पहुंचता है, उसे उल्कापिंड कहते हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से इनका अत्यधिक महत्व है। इनसे आकाश में विचरते पिंडों का संगठन एंव संरचना को समझने में मदद मिलती है। अभी तक उल्कापिंड में आक्सीजन, सिलिकन, मैग्नीशियम, गंधक, एल्यूमिनियम, निकिल और कैल्सियम प्रमुखता से पाये जाते हैं।

सारिका ने बताया कि इस केवल 10 तारों में आप टूटते तारे देख सकते हैं। इसमें सबसे पहले 22-23 अप्रैल की रात लेयरिड्स मेटिओर शॉवर 20 उल्का प्रतिघंटा, 6-7 मई को इटा एक्वारिंड्स मेटिओर शॉवर 30 उल्का प्रतिघंटा, 28-29 जुलाई को डेल्टा एक्वारिड्स मेटिओर शॉवर 20 उल्का प्रतिघंटा, 12-13 अगस्त को परसिड्स मेटिओर शॉवर 60 उल्का प्रतिघंटा, 7 -8 अक्टूबर को डे्रकोनिड्स मेटिओर शॉवर 10 उल्का प्रतिघंटा, 21-22 अक्टूबर को ओरियोनिड्स मेटिओर शॉवर 20 उल्का प्रतिघंटा, 4-5 नवम्बर को टाउरिड्स मेटिओर शॉवर 10 उल्का प्रतिघंटा, 17-18 नवम्बर को लिओनिड्स मेटिओर शॉवर 15 उल्का प्रतिघंटा, 13-14 दिसंबर को जेमिनिड्स मेटिओर शॉवर 120 उल्का प्रतिघंटा, 21-22 दिसंबर को उर्सीड्स मेटिओर शॉवर 5 उल्का प्रतिघंटा और 3-4 जनवरी 2018 को क्वाडरांटिड्स मेटिओर शॉवर 40 उल्का प्रतिघंटा शामिल हैं।

Related Articles

Back to top button
Close