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गूगल ने डूडल बना कन्नड़ भाषा के कवि को दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, 29 दिसम्बर: गूगल ने कन्नड़ भाषा के लेखक व कवि कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा के 113वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की है। कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा पहले कन्नड़ लेखक थे जिन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

आज हम आपकाे बताएंगे कन्नड़ के मशहूर लेखक और कवि कुवेंपु के बारे में . आप की जानकारी के लिए बता दें कि कुवेंपु का असली नाम कुप्पाली वेंकटप्पा पुट्टप्पा था लेकिन वह कुवेंपु के नाम से लोकप्रिय हैं।

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इसके अलावा गूगल के ब्लॉग में लिखा है कि कुवेंपु नाम से लोकप्रिय कवि कन्नड़ के मशहूर लेखक हैं। कुवेंपु के जन्मस्थान कर्नाटक में कन्नड़ भाषा बोली जाती है और उन्होंने इसे शिक्षा के लिए मुख्य माध्यम बनने के लिए वकालत की। उपमन्य भट्टाचार्य (और स्वाती शेलर, जिन्होंने कन्नड़ लिखित रूप में मदद की थी) द्वारा सचित्र डूडल में कवि प्रकृति की गोद में बैठे हुए है और उनके पीछे कन्नड़ भाषा की तरह गूगल लिखा हुआ है।

कुवेंपु की कविता ऊपर दिखार्इ गर्इ है ‘पोवु’ (द फ्लावर), कवि के प्राकृतिक परिवेश की सुंदरता को लेकर। बता दें कि 29 दिसंबर, 1904 को मैसूर में जन्मे कुवेंपु पहले ऐसे कन्नड़ लेखक हैं जिन्हे प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कन्नड़ साहित्य में उनके योगदान के लिए, कर्नाटक सरकार ने उन्हें 1958 में राष्ट्रकविक (राष्ट्रीय कवि) और 1992 में कर्नाटक रत्न (कर्नाटक के रत्न) के साथ सम्मानित किया गया था। इनके महाकाव्य कथा ‘श्री रामायण दर्शन’, जो भारतीय हिंदू महाकाव्य रामायण का एक आधुनिक प्रस्तुति है, को महाकविता (महान महाकाव्य कविता) के युग के पुनरुद्धार के रूप में जाना जाता है। कुवेंपु ने 1 नवंबर, 1994 को 89 वर्ष की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली।

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इसके अलावा अगर इनकी रचनाओं पर फिल्मों की बात करें तो गिरीश कर्नाड ने कन्नड़ में उनपर एक फिल्म बनाई थी। गिरीश कर्नाड ने 1999 में ‘कनरू हेग्गाडिथी’ फिल्म बनाई थी जो कुवेंपु के नॉवेल ‘कनरू सुबम्मा हेग्गाडिथी’ पर आधारित थी। फिल्म की कहानी आजादी से पहले के एक परिवार की थी। इस फिल्म ने 2000 में कन्नड़ की बेस्ट फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता था। दिलचस्प बात यह कै कि फिल्म रिलीज होने के बाद लोगों की इस उपन्यास में दिलचस्पी बढ़ गई थी, और इसकी 2000 प्रतियां रिप्रिंट की गई थीं।  (हि.स.)।

 

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