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पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव: हिंसा में 41 घायल, पांच की मौत

कोलकाता (ईएमएस)। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई है। कई जगहों से मतदान के दौरान हिंसा की खबरें लगातार आ रही हैं। अलग-अलग स्थानों पर हुई झड़पों में 40 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, जबकि पांच लोगों की जान चली गई है। ताजा घटना में उत्तरी 24 परगना में एक बम धमाके में 20 लोग घायल हो गए। इससे पहले कूचबिहार में दो गुटों के बीच झड़प में 20 लोग घायल हो गए थे। राज्य के कई हिस्सों से बूथ कैप्चरिंग, वोटरों को धमकाने और बैलेट इधर-उधर करने की घटनाएं सामने आई हैं। उत्तरी 24 परगना के अमडंगा के साधनपुर में एक देशी बम फट गया। घटना में 20 लोग घायल हो गए। अमडंगा के ही पांचपोटा में बम धमाके में एक सीपीएम कार्यकर्ता की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। कुलताली में एक टीएमसी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उधर, उलुडंगा में बम धमाके में पांच लोग घायल हो गए। शनिवार को एक सीपीएम कार्यकर्ता देबू दास और उसकी पत्नी ऊषा दास को जलाकर मार डालने की घटना सामने आई थी। पार्टी ने घटना के लिए टीएमसी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, कूचबिहार में दो गुटों के बीच झड़प में करीब 20 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों ने उन पर हमला करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगाया है।

सभी घायलों को एमजेएन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं, टीएमसी कार्यकर्ता अनीरुल हुसैन को बीजेपी कार्यकर्ता ने गोली मार दी। उनका इलाज चल रहा है। उधर, महीशकुची में बीजेपी पोलिंग एजेंट प्रभात अधिकारी को हमले में गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। कूचबिहार में ही पुलिस के सामने ममता सरकार में मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने एक भाजपा समर्थक को थप्पड़ जड़ दिया। घटना का वीडियो सामने आने से घोष पर सवाल किए जा रहे हैं। बिलकांडा में बीजेपी उम्मीदवार राजू बिस्वास पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमला किया। वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें फौरन पानीहाटी स्टेट जनरल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। भांगर जिले से भी हिंसा की खबरें आ रही हैं। यहां मीडिया को निशाना बनाया गया है। अब मीडिया कर्मियों को क्षेत्र के अंदर दाखिल नहीं होने दिया जा रहा है। भांगर में ही स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों का आरोप था कि टीएमसी कार्यकर्ता बूथ कैप्चरिंग का प्रयास कर रहे है। उधर, बीरपाड़ा में भी मीडिया पर हमला किया गया।

यही नहीं, बीरपाड़ा में वोटिंग में व्यवधान डालने की कोशिश भी हुई। सामने आए एक वीडियो में लोग वोटरों को बूथ के अंदर दाखिल होने से रोकते दिख रहे हैं। पश्चिम मिदनापुर में भी लोगों को वोट डालने से रोके जाने की खबर है। उधर नाडिया जिले के शांतिपुर में एक व्यक्ति को बूथ कैप्चरिंग करते हुए पाया गया तो भीड़ ने पीट-पीटकर उसकी जान ले ली। मुर्शीदाबाद में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं में झड़प इस हद तक बढ़ गई कि बैलट पेपर ही तालाब में फेंक दिए गए। विवाद बढ़ने पर वोटिंग रोक दी गई। गौरतलब है कि चुनाव के लिए नामांकन के समय से ही राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा की घटनाएं सामने आ रही थीं। इसके मद्देनजर चुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है और असम, ओडिशा, सिक्किम और आंध्र प्रदेश से लगभग 1,500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

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