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लोग दारु पिएंगे या नहीं, इसका निर्णय करने वाला न्यायालय कौन ?-शिवसेना सांसद संजय राउत

मुम्बई, 22 अप्रैल = नाशिक में कार्यक्षम आमदार (विधायक) पुरस्कार समारोह में पहुंचे शिवसेना सांसद संजय राउत ने न्यायालय के आदेश पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि लोग दारु पिएंगे या नहीं, इसका निर्णय करने वाला न्यायालय कौन होता है? इस तरह से शिवसेना सांसद ने न्यायालय के आदेश को ही चुनौती दे दी है।

गौरतलब है कि महामार्गों पर से शराब की दुकानों को हटाने का आदेश न्यायालय ने दिया है। न्यायालय ने अपने आदेश में कहा है कि महामार्गों पर 500 मीटर की दूरी तक कोई शराब की दुकान नहीं होनी चाहिए। न्यायालय के इसी आदेश पर टिप्पणी करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि लोग दारु पिएंगे या नहीं, इसका निर्णय करने वाला न्यायालय कौन है? अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए राउत ने कहा कि न्यायमूर्ति के जो क्लब हैं, जिन्हें सरकारी अनुदान मिल रहा है।

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उसे पहले बंद करना होगा। तुम सुख-सुविधा लो और लोगों के जीवन के आनंद को नष्ट करो? थोड़ा तो आनंद रहने दो लोकशाही में, न्यायालय को राजनीति से दूर रहना चाहिए। न्यायालय को इतनी राजनीति नहीं करनी चाहिए। जिस न्यायाधीश ने उपरोक्त निर्णय दिया है, उन्हेें राजीनामा देकर चुनाव लड़ना चाहिए। कितना मत मिलेगा, तभी पता चलेगा।

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