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‎जिनको राम मंदिर बनाना है, उन्हें राम जैसा बनना पड़ेगा: भागवत

कहा, मंदिर कब बनेगा, मूल प्रश्न यही है, इसके ‎लिए हमें अपने आप को तैयार करना होगा

नई दिल्ली (ईएमएस)। चुनावों का मौसम नजदीक आते ही एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा छाने लगा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मध्यप्रदेश के छतरपुर में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर कहा कि राम मंदिर का निर्माण सिर्फ इच्छा नहीं, संकल्प है। राम मंदिर बनाने वालो को कुछ न कुछ करना होगा। राम मंदिर निर्माण कब होगा मूल प्रश्न यही है, इस निमित्त हमें अपने आप को तैयार करना होगा। यह बात छतरपुर के मऊसहानियां में बुधवार को महाराजा छत्रसाल की 52 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण समारोह में संघ प्रमुख भागवत ने कही। संघ प्रमुख ने वर्तमान समय को राम मंदिर निर्माण का सबसे अनुकूल समय बताते हुए कहा ‎कि राम मंदिर बनने के लिए समय अनुकूल है, इसलिए राम मंदिर बनाने वालों को राम जैसा बनना पड़ेगा। तभी यह कार्य संभव है। महाराज छत्रसाल ने समाज के सब लोगों को जोड़कर अपने साम्राज्य की स्थापना की थी। छत्रसाल शिवाजी महाराज के पास पहुंचे थे।

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आरएसएस प्रमुख ने बताया कि महराजा छत्रसाल ने प्रजा के बीच भेद उत्पन्न करने वाले दुश्मनों को ठिकाने लगाने के लिए उनकी सेना में शामिल होने का मन बनाया था पर शिवाजी ने महाराज छत्रसाल को अपने परिश्रम से प्रजा की रक्षा करने के लिए वापस कर दिया था। जहां एक तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सोशल मीडिया पर खुलकर अपना प्रचार करती है, वहीं दूसरी तरफ मोहन भागवत सोशल मीडिया से दूर ही रहते हैं। मोहन भागवत न तो ट्विटर पर हैं और न ही फेसबुक पर उनका कोई अकाउंट है। यही नहीं मोहन भागवत ने सोशल मीडिया पर न होने के तर्क भी दिए हैं। उनके मुताबिक सोशल मीडिया आपको अहंकारी और आत्म-केंद्रित बना सकता है। सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां मैं, मेरा और अपने के बारे बात की जाती है। कई बार सोशल मीडिया के जरिए आपको कई तरह की गलतफहमियां हो जाती हैं आप अपनों को भी गलत समझने लगते हैं।

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