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1000 और 500 के पुराने नोट बदलने की आखिरी दिन , नोट ना बदलने से नाराज लोगों ने फाड़े नोट !

31 मार्च : पुराने 500 और 1000 के नोट बदलने की आखिरी खिड़की भी बंद हो गई. 31 मार्च की शाम 5 बजते ही पुराने नोट को जमा कराने के लिए RBI के काउंटर भी बंद हो गए. आखिरी दिन सुबह से ही रिजर्व बैंक के बाहर लंबी कतार लगी रही. लोग प्रतिबंधित हुई 500 और 1000 रुपये की करेंसी को रिजर्व बैंक में जमा कराने के लिए आखिरी वक्त पर परेशान दिखे. 

नोट बदलने के लिए आरबीआई दफ्तर के बाहर लगी भीड़

दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में रिजर्व बैंक के बाहर कल भारी भीड़ उमड़ी. ये भीड़ पुराने पांच सौ और एक हजार के नोट बदलवाने की थी, क्योंकि पिछले साल आठ नवंबर को मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला किया था.

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आरबीआई के नोट ना बदलने से नाराज लोगों ने नोट फाड़े

वही लोग परेशान हैं, नाराज़ हैं, नोट फाड़ रहे हैं, लेकिन रिजर्व बैंक में इनके नोट जमा नहीं किए जा सकते, क्योंकि 31 मार्च यानि आज तक रिजर्व बैंक में पुराने नोट सिर्फ एऩआरआई और नोटबंदी के दौरान विदेश में रह रहे भारतीय ही जमा कर सकते हैं. पर ऐसा नहीं हो रहा है.

कोलकाता में रिजर्व बैंक के बाहर कई ऐसे लोग मिले जो नोटबंदी के दौरान विदेश में थे पर अब उनके पैसे जमा नहीं हो रहे. इन्हीं में से एक हैं झारखंड के हज़ारीबाग के रहने वाले दर्शन प्रसाद, जापान में टोक्यो के एक होटल में काम करते हैं, इनके पास 50 हज़ार के पुराने नोट हैं.

 जानकारी नहीं होने के कारण कई NRI परेशान .

बसंत प्रसाद बिहार के पटना से आए हैं, दुबई में कारपेंटर का काम करते हैं.  इनके पास 45 हजार के पुराने नोट हैं.  जमा कराने के लिए क्लीयरेंस फॉर्म मांगा जा रहा है. मुंबई में भी रिज़र्व बैंक के आगे भारी भीड़ थी. यहां भी स्थानीय लोगो के अलावा दूसरे देशों में रह रहे लोग भी मौजूद थे, लेकिन यहां भी ज्यादातर लोगों को मायूसी ही हाथ लगी.

8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 के नोटों के इस्तेमाल पर लगा था बैन .

गौरतलब है कि आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच सौ और एक हजार के नोटों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. बिना आयकर जमा किए 2.5 लाख से ज़्यादा की रक़म पर भी सरकार ने कार्रवाई के आदेश दिए थे. यूपी चुनाव में विपक्षी पार्टियों ने नोटबंदी पर पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की जो नाकाम रही. पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने और कैशलेस अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी को जरुरी बताया था. 

 

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