खबरेमहाराष्ट्र

मनोर -भिमंडी हाइवे की खस्ता हालत को लेकर सामाजिक कार्यकर्त्ता नीलेश सांबरे का आमरण अनशन.

केशव भूमि नेटवर्क :=मुंबई से सटे पालघर जिला में स्तिथ मनोर -भिमंडी  हाइवे  की खस्ता हालत और  अधूरा सड़क  निर्माण के कारण आये दिन हो रहे एक्सीडेंट को लेकर सामाजिक कार्यकर्त्ता नीलेश सांबरे ने सोमवार से पालघर हुत्तामा स्तंभ (पांच बत्ती) पर आमरण अनशन बैठे है ,जिसके लिए हजारो की संख्या में जमा होकर स्थानिक निवासियों व दर्जनों विधायक और सांसद ने भी अपना समर्थन दिया है  .

kbn10 news anshan photo b

आंदोलन कर्ता  नीलेश सांबरे ने जानकारी देते हुए बताया की करीब ३ साल पहले सरकार ने करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रूपये खर्च करके मनोर -भिमंडी  हाइवे का  निर्माण करवाया था और इस सड़क को बनाने की जिम्मेदारी सुप्रीम इन्फ्रा प्रा.लि. नामक  कंपनी को दिया था।  लेकिन इस कंपनी ने इस सड़क निर्माण काम में बड़े पैमाने पर भर्ष्टाचार किया है।

kbn10 news anshan photo c

 

 इस कंपनी ने इस  सड़क का निर्माण के लिए बनाए गए नियम कानून की धज्जिया उड़ाते हुए एक दम  घटिया दर्जे का काम किया है। जिसमे बड़े बड़े अधिकारी सामिल है।  जिसके कारण सड़को में बड़े  गढ्ढे  बन गए  सड़क की खस्ता हालत और बने गडढो के कारण आये दिन एक्सीडेंट होते रहते है तीन सालो में करीब 150  लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी है और हजारो लोग घायल हो गए है।अभी रविवार को ही दो युवको का एक्सीडेंट के कारण मौत हो गई.

kbn10 news anshan photo d

 खास बात यह है की इस  सड़क की लंबाई करीब 64 किलो मीटर है जिसमे केवल 40 किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ और 24 किलोमीटर सड़क का काम अधूरा फिर भी उसने पूरा पैसा ले लिया है .विधायको, मंत्रियो, लोगो द्वारा की जारही लाख शिकायत वा कई दर्जनों विधायक द्वारा महाराष्ट विधान भवन में  इस समस्या और भृष्टाचार  को लेकर मुद्दा उठाए  जाने के बाद इस कंपनी पर कोई करवाई नहीं हुयी है। विधान भवन में तैनात कुछ अधिकारी इस कंपनी का दलाली कर रहे है और जब कोई बिधायक इस कंपनी के विरोध में आवाज उठाना चाहता है तो यह अधिकारी उसके पत्र को छिपा देते है। और उस पर पैसा मांगने का आरोप लगाने लगते है की इन्हों ने पैसा माँगा नहीं दिया इस लिए शिकायत कर रहे है . इस लिए मजबूरन आज मुझे अनशन पर बैठना पड रहा है

 

अभी तक तक इस सड़क बनाने में जिन किसानों  की जमीन गयी है  उसमे से ज्यादा तर किसानों को उनके जमीन का मुवाबजा नहीं मिला। फर्जी रॉयल्टी के नाम पर सरकार को भी करोडो रूपये का चुना लगाया है .इस लिए जांच करके आये दिन हो रही दुर्घटना को देखते हुए कंपनी के ऊपर हत्या का मामला  दर्ज करके इस सड़क पर शुरू टोल नका बंद किया जाय और जिन किसानों को अभी तक मुवाबजा नहीं मिला है उन्हें तुरंत मुवाबजा दिया जाय। और दोषी अधिकारियो पर कार्यवाई की जाय।

 

 इस लिए मजबूरन आज मुझे अनशन पर बैठना पड रहा है हमारी मांग है की   इस सड़क निर्माण में हुए सैकड़ो करोड़ रूपये के भृष्टाचार की जांच करके    कंपनी के  ऊपर हत्या का मामला  दर्ज करके इस सड़क पर शुरू टोल नका बंद किया जाय और जिन किसानों को अभी तक मुवाबजा नहीं मिला है उन्हें तुरंत मुवाबजा दिया जाय। और दोषी अधिकारियो पर कार्यवाई की जाय।

PWD मंत्री एकनाथ शिंदे के आश्वासन के बाद सामाजिक कार्यकर्त्ता निलेश सांबरे ने अनशन तोडा .अधिक जानकारी के लिए  क्लिक करे ………………..

Related Articles

Back to top button
Close