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पालघर : दिल का दौरा पड़े व्यक्ति को बचाने का डॉ.योगेन भट ने कामगारों को दिया प्रशिक्षण

पालघर, केशव भूमि नेटवर्क : दिल का दौरा पड़े व्यक्ति को कैसे बचाया जाय इसके लिए मुंबई के प्रसिद्ध भुलतज्ञ डॉ.योगेन भट द्वारा पालघर में निऑन लॅबोरेटरी कंपनी के करीब 450 कामगारों और अधिकारियो को प्रशिक्षण दिया गया . 

बता दे की पालघर के पालघर तालुका औद्दोगिक वसाहत में स्तिथ निऑन लॅबोरेटरी कंपनी में मुंबई-बोरिवली की सोसायटी ऑफ एनस्थिलॉजिस्ट व निऑन फाउंडेशन मुंबई की तरफ से कंपनी के कामगारों और अधिकारियो को दिल का दौरा पड़ने के लक्ष्ण और उसके के उपाय की जानकारी देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था . इस कार्यक्रम में मुंबई के प्रसिद्ध भुलतज्ञ डॉ, योगेन  भट ने जानकारी देते हुए बतया की इंसान के जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है.आप ने देखा होगा की कभी-कभी इंसान चलते-चलते या बात करते-करते चक्कर खाकर गिर पड़ता है और उस समय वहा मौजूद लोग उसे देख कर हक्का-बक्का रह जाते है .इस दौरान जानकारी व प्राथमिक इलाज के आभाव में बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गवा चुके है .

ऐसे समय हम क्या करे हमें यह सूझता ही नहीं , लेकिन ऐसे समय में दिल का दौरा पड़े व्यक्ति को सही मद्दत मिले तो 100 में 60 लोगो का जान बचाया जा सकता है . साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की अगर कोई व्यक्ति चक्कर खाकर गिरता है तो तुरंत वहा उपस्तिथ लोगो को बिना डरे उसे हिला कर देखना चाहिए की वह व्यक्ति की हालत कैसी है . अगर वह बेहोस है तुरंत उसके दिल पर 15 से 20 मिनट हाथ के दोनों पंजो से एकत्र करके हल्का-हल्का प्रेस करना चाहिए .अगर वह व्यक्ति कोई रिस्पोंस नहीं दे रहा है तो अलग अलग तरीके से यह क्रिया करना चाहिए .साथ ही तुरंत 108 नंबर की एम्बुलेंस को फोन करके व आस पास मौजूद दूसरी एम्बुलेंस को फोन करके बुलाकर उसे तुरंत किसी आस पास के अस्पताल में भर्ती करवाना चाहिए .हालांकि की पहले माऊथ टू माऊथ ऑक्सिजन देकर इसका इलाज किया जाता था लेकिन लोगो में नशे की आदत व अन्य बीमारियों से ग्रस्त होने कारण यह पद्धति अब बंद हो चूका है .

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लेकिन 2 से 5 साल के बच्चे पर यह क्रिया न करे , उससे उन्हें अधिक नुकसान हो सकता है.उन्हें दिल पर आप अपनी एक या दो उंगलियों की सहयता से हल्का हल्का प्रेस कर सकते है . अक्सर देखा जाय तो महिलाये सोकर अपने बच्चे को दूध पिलाती है जो दोनों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है .माँ को बैठकर अपने बच्चे को दूध पिलाना चाहिए .

इस अवसर पर कंपनी के बोईसर के डॉ. दीपक कुर्डुकर, डॉ. नीलम कामत, डॉ. शोभा संखे, डॉ. अश्विनी कुडीयर, डॉ. राजेश सिंग, डॉ. माधव देवकाते, डॉ. ज्योती बापट, डॉ. आशा निऑन लॅबोरेटरी के उपाध्यक्ष जसवन्त तोलात, एच आर डी व व्यवस्थापक महाप्रबंधक संध्या पाटील समेत बड़ी संख्या अन्य मान्यवर उपस्तिथ थे .

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