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अंत्योदय बस सेवा, उप्र. के ग्रामीण अंचलों को शहर से जोड़ेंगी भगवा बसें

कानपुर, 01 सितम्बर (हि.स.)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के वर्ष अवसर पर भारतीय जनता पार्टी तमाम तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इसी कड़ी में उनके विचार अंत्योदय को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण आंचलों को शहर से जोड़ने के लिए अंत्योदय नाम से कम किराये पर भगवा बसें चलाने का फैसला लिया है। 

भारतीय जनता पार्टी 2017 पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के रूप में मना रही है। जिसके तहत किसानों, छात्रों व बुद्धिजीवियों को उनके विचार से अवगत कराने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार अब ग्रामीण आंचलों को शहर से जोड़ने के लिए अंत्योदय बस सेवा शुरू करने जा रही है जो भगवा रंग में होंगी और अन्य बसों से इसका किराया भी कम होगा। या यूं कहें कि सपा सरकार द्वारा चलाई गयी लोहिया ग्रामीण बसे जैसी होगीं। इन बसों का निर्माण कानपुर के रावतपुर वर्कशाप शुरू हो गया है। वर्कशाप के एक अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में आधा सैकड़ा बसें बनकर तैयार हो गईं है। 

परिवहन विभाग के प्रबंधक जयदीप वर्मा ने बताया कि अंत्योदय बस सेवा में शामिल बसों का डिजाइन व कलर फाइनल हो चुका है। यह बसें भगवा रंग में होंगी। जिनका किराया आम बसों से कम होगा और यह ग्रामीण क्षेत्र से ही चलेंगी। प्रत्येक अंत्योदय बस 48 मीटर की होगी। जानकारी के मुताबिक इन बसों का किराया लोहिया बसों के अनुरूप लगभग सामान्य बसों 25 फीसदी कम होगा। बताते चलें परिवहन विभाग की ग्रामीण बसों में कलर को लेकर पिछली दो सरकारों ने भी बदलाव किया। बसपा सरकार ने नीला कलर किया तो सपा ने भी पार्टी के अनुरूप लाल और हरा किया। 

25 सितंबर को सीएम दिखाएंगे हरी झण्डी

बताया जा रहा है प्रदेश सरकार ने परिवहन विभाग को पहले चरण में दो सौ बसें बनाने का लक्ष्य दिया है। इन सभी बसों को सीएम आदित्यनाथ योगी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के अवसर पर 25 सितंबर को हरी झण्डी देकर लखनऊ से रवाना करेंगे। 

अंत्योदय नाम क्यों

पंडित दीनदयाल ने सबके विकास के लिए अंत्योदय कार्यक्रमों का आयोजन किया था। जिसके तहत समाज के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति का मुख्य धारा में लाकर उसका विकास करना है। जो आगे चलकर अंत्योदय एक विचारधारा में बदल गया। इसी के तहत प्रदेश सरकार ग्रामीण आंचल को जोड़ने के लिए बसों का नाम अंत्योदय देने जा रही है। 

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