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अखाड़ा परिषद की बैठक में फर्जी बाबाओं की सूची जारी, फर्जी बाबाओं में मचा हड़कम्प.

इलाहाबाद, 10 सितम्बर : बाघम्बरी गद्दी, प्रयाग में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक रविवार को अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में अखाड़ा परिषद के महामंत्री महन्त हरीगिरि ने फर्जी बाबाओं के बारे में प्रस्ताव रखा और उनके नामों की सूची जारी की। इसके अलावा कई अन्य प्रस्ताव भी पारित हुए। इस सूची के बाद बाबाओं में हड़कम्प मच गया है। कई बाबाओं ने अखाड़ा परिषद के इस प्रस्ताव को मानने से इंकार कर दिया है।

फर्जी बाबाओं की सूची जारी करते हुए महंत हरीगिरी ने बताया कि इस सूची में………

1) आशाराम बापू उर्फ आशुमल शिरमलानी,   2)राधे मां उर्फ सुखविन्दर कौर  ,  3) सच्चिदानन्द गिरि उर्फ सचिन दत्ता,

4) गुरूमीत सिंह सच्चा डेरा सिरसा,    5) ओमबाबा उर्फ विवेकानन्द झा,  6) निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह,

7) इच्छाधारी भीमानन्द उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी,      8) स्वामी असीमानन्द,                9) ऊॅं नमः शिवाय बाबा,    

  10 ) नारायण साईं,                                               11)रामपाल.

हैं। उन्होंने कहा कि तीन नाम और आए हैं जिसमें कुशमुनि, वृहस्पति और मलखान जी हैं। फर्जी बाबाओं की सूची का प्रस्ताव महन्त हरीगिरि ने रखा तथा इसका समर्थन नरेन्द्र गिरि ने किया तथा अनुमोदन महंत प्रेमगिरि ने किया।

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उल्लेखनीय है कि हरियाणा में राम रहीम की रेप मामले में गिरफ्तारी के बाद अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं व संतों की 10 सितम्बर सूची जारी करने का ऐलान किया था। रविवार को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरी महाराज के इलाहाबाद स्थित बाघम्बरी गद्दी पीठ में एक बैठक हुई। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने गहन विचार करने के बाद सर्व सम्मति से फर्जी बाबाओं के खिलाफ प्रस्ताव पास किया।

इस बैठक में श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के प्रवक्ता महंत विद्यानन्द सरस्वती ने प्रस्ताव रखा कि सन्यासी, वैरागी, उदासी, प्रत्येक सम्प्रदायों में जगद्गगुरू द्वारा बनाये जाते हैं। जिन संप्रदायों को शंकराचार्य बनाने का अधिकार नहीं हैं, लेकिन अगर ऐसे सम्प्रदाय द्वारा शंकराचार्य बनाये जाते हैं तो अखाड़ा परिषद ऐसे शंकराचार्यों का भी विरोध करेगी। कहा कि ऐसे शंकराचार्यों को कुम्भ मेला छावनी में जगह नहीं दी जायेगी। इस प्रस्ताव का समर्थन महंत जगतार मुनि ने किया तथा अनुमोदन श्री पंच निर्माणी अनी अखाड़े के महंत धर्मदास ने किया।

नरेंद्र गिरि को मिली जान से मारने की धमकी.

अखाड़ा परिषद की बैठक से एक दिन पहले शनिवार को गिरि ने फोन पर खुद को जान से मारे जाने की मिल रही धमकी के बारे में बताया। इस संबंध में उन्होंने इलाहाबाद के दारागंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। गिरि ने मीडि‍या से बातचीत में बताया कि पिछले 3 दिनों से उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही हैं। फोन करने वालों ने खुद को रेप केस में जेल में बंद आसाराम का शिष्य बताया है। तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फोन कर धमकियां दी गईं हैं।

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