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खाकी की आंखे हुईं नम, शहीद परिजनों का एडीजी जोन ने किया सम्मान

वाराणसी, 21 अक्टूबर (हि.स.)। पुलिस स्मृति दिवस पर शनिवार को शहीद जवानों की शहादत पर गर्व से भरी परिजनों और जवानों की आंखे उनकी याद में छलछला गयी । देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन के दौरान मौत को गले लगाने वाले जाबांज पुलिस कर्मियों के परिजनों का सम्मान करते वक्त वाराणसी परिक्षेत्र के एडीजी विश्वजीत महापात्रा भी भावुक हो गये। 

पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित समारोह में वाराणसी के आरक्षी स्व: शैलेंद्र कुमार सिंह की पत्नी सरिता सिंह, आरक्षी स्व: दिनेश कुमार के परिजन माधुरी देवी और फायरमैन स्व: रामरतन राम के परिजन प्रमोद कुमार को एडीजी ने सम्मानित किया। इस दौरान एडीजी ने शहीद जवानों के परिजनों से उनका हाल चाल भी पुछा। कहा कि आपके साथ पूरा विभाग खड़ा है। इसके पूर्व उन्होंने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित की। पुलिस की सशस्त्र टुकड़ी ने सलामी दी गयी। 

गौरतलब हो कि आज से 58 वर्ष पहले 21 अक्टूबर 1959 में लद्दाख में सीआरपीएफ की तीसरी बटालियन की एक कम्पनी को भारत – तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए लद्दाख में ‘हाट-स्प्रिंग‘ में तैनात किया गया था। कम्पनी को टुकड़ियों में बांटकर चौकसी करने को कहा गया। जब बल के 21 जवानों का गश्ती दल ‘हाट-स्प्रिंग‘ में गश्त कर रहा था। तभी चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते ने इस गश्ती टुकड़ी पर घात लगाकर आक्रमण कर दिया। तब बल के मात्र 21 जवानों ने चीनी आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया। मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए 10 शूरवीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। इन्ही बहादुर जवानों के बलिदान को देश के सभी केन्द्रीय पुलिस संगठनों व सभी राज्यों की सिविल पुलिस बल ‘‘पुलिस स्मरण दिवस‘‘ के रूप में मनाती है। 

समारोह में आईजी वाराणसी रेंज दीपक रतन, एसएसपी रामकृष्ण भारद्वाज,पीएसी के कंमांडेन्ट, एसपी सिटी दिनेश सिंह, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अमित सिंह, एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद, एसपी यातायात सुरेश चंद रावत सहित जिले के सभी सीओ, थाना प्रभारी, उपनिरीक्षक, कांस्टेबल मौजूद रहे ।

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