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टॉन्सिल से बचाव व घरेलु उपचार

बच्चों में रोगप्रतिरोधक छमता कम होने से टॉन्सिल संक्रमण होता रहता है पर कुछ घरेलु उपचार से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। टॉन्सिल में सूजन होने से गले में बहुत दर्द होता है विशेषकर जब हम कुछ खाते हैं। टॉन्सिल होने पर आहार का स्वाद भी पता नहीं चलता है।
टॉन्सिल की समस्या मुख्यता ठंडे पदार्थों चावल, मैदा और खट्टी वस्तुओं के अत्यधिक सेवन के कारण होती है।
मौसम के अचानक बदलने से, दूषित वातावरण के संपर्क में आने से और कई बार बुखार की वजह से भी टॉन्सिल हो जाता है।

अगर आपके बच्चे के गले के दोनों तरफ सूजन जैसा प्रतीत हो। उसके गले में दोनों तरफ दर्द महसूस हो रहा हो। तथा दर्द की वजह से अगर उसे बार-बार बुखार भी हो रहा है। तो इसका मतलब आपके बच्चे को टॉन्सिल की समस्या हो सकती है।
बच्चे में टॉन्सिल के आम लक्षण दिखने पर आप उसे डॉक्टर के पास ले जाने के साथ ही
कुछ घरेलू उपचार भी कर सकते हैं।
अपने बच्चे को ना तो कोई ठंडा आहार दें और ना ही उसे कुछ भी ठंडा पीने के लिए दें।
बच्चे को दही और मलाई वाला दूध ना दे।
बच्चे को धुंए, प्रदूषण और धूल वाली जगह से दूर रखें।
उसे मसालेदार खाना और तली हुई चीजों से दूर रखें।

हल्के गर्म पानी में एक चम्मच नमक घोल कर उससे गार्गल कराएं। इससे आपके बच्चे को गले की सूजन में बहुत राहत मिलेगा। नमक पानी के गार्गल से बैक्टीरिया को फैलने का मौका नहीं मिलता है इसी के साथ नमक के पानी का गार्गल, गले के दर्द को भी कम करता है। दालचीनी को किस करके उसका पाउडर बना लीजिए। चुटकी भर पाउडर में शहद मिलाकर प्रतिदिन तीन बार दें।
एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवायन उबाल कर उस पानी से शिशु को गार्गल करने को कहें। इससे टॉन्सिल में आराम मिलेगा।

 

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