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पानी के जहाज से दोबारा शुरु होगी हज यात्रा, सऊदी अरब ने दी मंजूरी

नई दिल्ली, 08 जनवरी : भारत से पानी के जहाज के द्वारा हज यात्रा को सऊदी अरब की सरकार ने हरी झंडी दे दी है। जल्द ही दोनों देशों के सम्बंधित अधिकारी आवश्यक औपचारिकताओं व तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू करेंगे ताकि आने वाले वर्षों में हज यात्रा को पानी के जहाज से भी दोबारा शुरू किया जा सके। 

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को मक्का में सऊदी अरब के हज एवं उमरा मंत्री हिज़ एक्सेलेंसी डॉ. मुहम्मद सालेह बिन ताहेर बेन्तेन के साथ हज 2018 के सम्बन्ध में द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए । इस दौरान सऊदी अरब सरकार ने भारत से पानी के जहाज से भी हज यात्रा को दोबारा शुरू किये जाने को हरी झंडी दी।

नकवी ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि हज यात्रियों के मुंबई से समुद्री मार्ग के जरिये जेद्दा जाने का सिलसिला 1995 में रुक गया था। हज यात्रियों को जहाज (समुद्री मार्ग) से भेजने पर यात्रा संबंधी खर्च काफी कम हो जायेगा। नई तकनीक एवं सुविधाओं से युक्त पानी का जहाज एक समय में चार से पांच हजार लोगों को ले जाने में सक्षम होता है| मुंबई और जेद्दा के बीच 2,300 नॉटिकल मील की एक ओर की दूरी सिर्फ 3-4 दिनों में पूरी कर सकते हैं। पहले पुराने जहाज से 12 से 15 दिन लगते थे।

नकवी ने कहा कि पानी के जहाज से भी हज यात्रा को दोबारा शुरू किये जाने को लेकर पिछले वर्ष उनकी परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी के साथ भी बैठक हुई थी। 

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के अधिकारी पानी के जहाज से हज यात्रा को शुरू करने के मुद्दे पर विस्तार से सभी तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करेंगे| हमारी कोशिश है कि आने वाले वर्षों में भारत से पानी के जहाज से भी हज यात्रा को दोबारा शुरू किया जा सके। 

उन्होंने बताया कि इस बार हज 2018 शत प्रतिशत डिजिटल (ऑनलाइन) कर दिया गया है। भारत की इस पारदर्शी, सरल एवं डिजिटल हज व्यवस्था की सऊदी अरब की सरकार ने सराहना की है।

नकवी ने कहा कि भारत से पहली बार मुस्लिम महिलाएं बिना ‘मेहरम’ (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाएंगी। बिना ‘मेहरम’ के हज पर जाने वाली महिलाओं के लिए सऊदी अरब में ठहरने के लिए अलग बिल्डिंग एवं यातायात की व्यवस्था की गई है। इन महिला हज यात्रियों के सहयोग के लिए महिला ‘हज असिस्टेंट’ रहेंगी। श्री नकवी ने कहा कि 1300 से ज्यादा महिलाओं ने बिना ‘मेहरम’ हज पर जाने के लिए आवेदन किया है| इन सभी को लॉटरी सिस्टम से बाहर रख कर हज पर जाने की व्यवस्था की जाएगी। नई हज नीति के तहत 45 वर्ष से अधिक की उम्र की महिलाएं 4 या ज्यादा के समूह में बिना ‘मेहरम’ हज पर जा सकती हैं। 

नकवी ने बताया कि सऊदी अरब के हज एवं उमरा मंत्री डॉ. मुहम्मद सालेह बेन्तेन से उनकी मुलाकात बहुत सकारात्मक एवं सार्थक रही जिसमे हज 2018 के दौरान हज यात्रियों के लिए यातायात, निवास, सुरक्षा व्यवस्था आदि से सम्बंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। उन्होंने हज 2017 को कामयाब बनाने में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन देने के लिए दो पवित्र मस्जिदों के सरबरा सऊदी अरब के किंग हिज़ एक्सेलेंसी सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद को धन्यवाद दिया। साथ ही हज से सम्बंधित विभिन्न एजेंसियों को भी धन्यवाद दिया। नकवी ने कहा कि हज भारत-सऊदी अरब के द्विपक्षीय संबंधों का एक मजबूत स्तम्भ है।

श्री नकवी ने कहा कि सऊदी अरब के किंग हिज़ एक्सेलेंसी सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद के नेतृत्व में भारत-सऊदी अरब के संबंधों को और मजबूती व नई ऊंचाई मिलेगी।  (हि.स.)।

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