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बच्चों को एक्जीमा से बचायें

एक्जिमा एक प्रकार का त्वचा विकार है जिसमें बच्चे के शरीर पर लाल निशान पड़ जाते हैं और उनमें खुजली बहुत होती है। एक्जिमा की वजह से इतनी तीव्र खुजली होती है की बच्चे खुजलाते-खुजलाते वहां से खून निकल देते हैं लेकिन फिर भी आराम नहीं मिलता।
अगर आपकी वह कुछ बातों का ख्याल रखेंगे तो न केवल आप अपने बच्चे को एक्जिमा से बचा सकते हैं बल्कि एक्जिमा की स्थिति में उसे तुरंत राहत भी पहुंचा सकते हैं।

जिन बच्चों के शरीर में एक एक्जिमा होता है, अक्सर उनके परिवार में अस्थमा एलर्जी और एक्जिमा का इतिहास पाया गया है। ऐसे परिवारों में जन्म लेने वाले कुछ बच्चे अनुवांशिकी तौर पर एक्जिमा के संपर्क में जाते हैं।
जिन बच्चों को बचपन में एक्जिमा से परेशानी होती है, आगे चलकर उनमें अस्थमा की संभावना भी बनी रहती है। एक्जिमा कोई एलर्जी नहीं है, लेकिन एलर्जी की वजह से एग्जिमा हो सकता है।

एलर्जी के अलावा और भी कई कारण हैं जिनकी वजह से एग्जिमा हो सकता है जैसे कि गर्मी की वजह से
प्राय: हर 10 में से एक बच्चे को एक्जिमा से पीड़ित पाया गया है। जिन बच्चों में एक्जिमा पाया गया है उनमें यह देखा गया है कि उनके जन्म के प्रथम महीने से ही उनके शरीर पर एक्जिमा के लक्षण देखने को मिल गए हैं।

आहार संबंधी सावधानियां

कुछ ऐसे आहार होते हैं जो शिशु में एक्जिमा के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। अगर आपका शिशु एक्जिमा की समस्या से पीड़ित हो चुका है तो आप कोशिश करें कि उसे भोजन में निम्न आहार बिल्कुल ना दें:
गाय का दूध, अंडा, सोया से बने उत्पाद,गेहूं से बने उत्पाद, ड्राई फ्रूट्स बादाम नट्स और मछली।

एक्जिमा के लक्षण

शिशु के प्रारंभिक जीवन में एक्जिमा के लक्षण में कई प्रकार के बदलाव आ सकते हैं। 2 महीने से लेकर 5 साल से छोटे बच्चों में एक्जिमा के कारण त्वचा पर खुजली, लाल निशान होना , गालों पर छाले, तथा शरीर के अन्य हिस्सों पर जैसे पैर हाथ आदि पर लाल चकत्ते पड़ सकते हैं।
जैसे जैसे बच्चे बड़े होते हैं उनमें एक्जिमा के लक्षणों में परिवर्तन आता है। 5 साल से बड़े बच्चों में एक्जिमा की वजह से परतदार या फटी त्वचा देखी जा सकती है। इस दौरान त्वचा अत्यधिक सुखी हो सकती है और उन में खुजली हो सकती है। बच्चे अक्सर खुजलाहट से आराम पाने के लिए खुजली वाली जगह को खुजलाते हैं लेकिन इससे एग्जिमा और भी गंभीर हो जाता है। एक्जिमा वाली जगह मोटी पड़ जाती है और दिखने में भूरे रंग की हो जाती है।

डॉक्टर को दिखायें

कुछ दवाइयों के द्वारा एक्जिमा के लक्षणों को खत्म किया जा सकता है। इन दवाइयों को डॉक्टर के निर्देश के अनुसार लेने पर एक्जिमा से पीड़ित त्वचा धीरे-धीरे स्वस्थ होने लगती है हालांकि सभी दवाइयां सभी व्यक्तियों पर समान तरीके से असर नहीं करती हैं। कुछ दवाइयां कुछ लोगों पर ज्यादा असर कर सकती हैं तो कुछ लोगों पर कम। इसीलिए हो सकता है इलाज के दौरान आपका डॉक्टर अलग-अलग तरह की दवाइयों को आजमाने के लिए कहें जिसे यह पता लगाया जा सके कि किस दवा का असर आपके शिशु के एक्जिमा सबसे बेहतर है।

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