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भारत-बांग्लादेश के बीच 22 समझौतों पर हस्ताक्षर, तीस्ता मुद्दा अनसुलझा

– बांग्लादेश के लिए 4.5 बिलियन डॉलर लाइन ऑफ क्रेडिट का ऐलान

– भारत ने रक्षा खरीद के लिए अतिरिक्त 500 मिलियन डॉलर दिए

नई दिल्ली, 08 अप्रैल= भारत और बांग्लादेश ने शनिवार को दोनों देशों के बीच विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में 22 समझौतों पर हस्ताक्षर किए । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। ऊर्जा, रक्षा सहयोग और बुनियादी ढांचे सहित द्विपक्षीय संबंधों की एक विस्तृत श्रृंखला के 22 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। हालांकि दोनों देशों के बीच लम्बे समय से विवादों में रहा तीस्ता जल-साझाकरण का विवादास्पद मुद्दा अनसुलझा ही रह गया।

प्रधान मंत्री मोदी ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “मैं पूरी तरह से विश्वास करता हूं कि यह केवल मेरी सरकार और आपकी ( शेख हसीना) सरकार है जो तीस्ता जल बंटवारे का शीघ्र समाधान कर सकती है।” यह बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में आया, जिन्होंने राज्य के किसानों के लिए पानी के विषय में इस मुद्दे पर कुछ आरक्षण कर दिए हैं। यह डील 2011 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ढाका यात्रा के दौरान की गई थी। हालांकि ममता बनर्जी ने उस समय भी आपत्ति उठाई थी। सर्दियों के मौसम में बांग्लादेश के किसानों के लिए कृषि भूमि की सिंचाई हेतु तीस्ता नदी का पानी महत्वपूर्ण हो जाता है।

भारत ने प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में परियोजनाओं के लिए बांग्लादेश में 4.5 बिलियन डालर की क्रेडिट लाइन की घोषणा की और रक्षा खरीद के लिए अतिरिक्त 500 मिलियन डॉलर दिए। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और ऊर्जा के प्रमुख रणनीतिक क्षेत्रों में भागीदारी को मजबूत करने के तरीके भी तलाश किए।

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दोनों नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संयुक्त रूप से एक बस सेवा जो कोलकाता, खुलना और ढाका के बीच चलेगी, तथा एक नई यात्री ट्रेन सेवा जो खुलना से कोलकाता के बीच चलेगी, का शुभारम्भ किया। यह भारत में पेट्रोपोल और बांग्लादेश में बानोपोल के बीच चलेगी। इसके अलावा राधिकापुर और बिरोल के बीच मालगाड़ी भी चलेगी। भारत द्वारा इसके अलावा नुमालीगढ़ से पार्बतीपुर तक डीजल तेल पाइपलाइन को वित्त पोषित किया जाएगा जिससे भारतीय कंपनियां हाई स्पीड डीजल की आपूर्ति के लिए लंबी अवधि के समझौते में शामिल होंगी।

मीडिया को जारी अपने वक्तव्य में प्रधान मंत्री मोदी ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के भारतीय सैनिकों का सम्मान करने के लिए बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “1971 के मुक्ति संग्राम में भारतीय सैनिकों का सम्मान करने का आपका निर्णय भारत के लोगों के दिलों को गहराई से छुआ है।”

इसी तरह शेख हसीना ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान के नाम पर नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण सड़क का नामकरण करने के लिए भारत का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने दक्षिण एशियाई क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और भारत तथा बांग्लादेश के बीच बेहतर सीमा संपर्क की बात कही।

बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने कहा, “दक्षिण एशिया में विकास के लिए क्षेत्रीय सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है। हम दोनों अपनी सीमाओं को आपराधिक गतिविधियों से मुक्त करना चाहते हैं … हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों को नए उच्च स्तर तक ले जाने का फैसला किया है। प्रधान मंत्री मोदी और मैं मानती हूं कि इस क्षेत्र के लिए अधिक से अधिक कनेक्टिविटी महत्वपूर्ण है।”

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