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योगी आदित्यनाथ ने नौसेना दिवस पर दी शुभकामनाएं

लखनऊ, 04 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नौसेना दिवस पर शुभकामनाएं दी हैं। उनके कार्यालय से सोमवार को ट्वीट किया गया, ‘‘अत्यंत साहस और निष्ठा से राष्ट्रसेवा में समर्पित सभी भारतीय नौ-सैनिकों को नमन एवं समस्त देशवासियों को भारतीय नौसेना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।’’

वहीं उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने ट्वीट किया, ‘‘नौसेना दिवस पर भारतीय नौसेना के अधिकारियों तथा नौसैनिकों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। हमारी समुद्री सरहदों और व्यापारिक जलमार्गों की सुरक्षा तथा आपदाओं के समय देशवासियों की सहायता के प्रति आपकी प्रतिबद्धता के लिए देश को आप पर नाज है।’’ इसके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया, ‘‘ भारतीय नौसेना दिवस के अवसर पर देश की जल सीमा में तैनात सभी जांबाज सैनिकों को हार्दिक शुभकामनाएं।’’

इसके अलावा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेशयादव ने भी नोसेना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘नौसेना दिवस पर राष्ट्र की रक्षा कर रहे हमारे नौसेनिकों के साहस, समर्पण और योगदान को नमन।’’

भारतीय नौसेना दिवस प्रत्येक वर्ष 4 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह 1971 की जंग में भारतीय नौसेना की पाकिस्तानी नौसेना पर जीत की याद में मनाया जाता है। 3 दिसम्बर को भारतीय सेना पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में पाक सेना के ख़लिफ़ जंग की शुरुआत कर चुकी थी। वहीं, ’ऑपरेशन ट्राइडेंट’ के तहत 4 दिसम्बर, 1971 को भारतीय नौसेना ने कराची नौसैनिक अड्डे पर भी हमला बोल दिया था। इस यु्द्ध में पहली बार जहाज पर मार करने वाली एंटी शिप मिसाइल से हमला किया गया था। नौसेना ने पाकिस्तान के तीन जहाज नष्ट कर दिए थे। 
नौसेना प्रमुख एडमिरल एस.एम. नंदा के नेतृत्व में ऑपरेशन ट्राइडेंट का प्लान बनाया गया था। इस टास्क की जिम्मेदारी 25वीं स्क्वॉर्डन कमांडर बबरू भान यादव को दी गई थी। 4 दिसम्बर, 1971 को नौसेना ने कराची स्थित पाकिस्तान नौसेना हेडक्वार्टर पर पहला हमला किया था। एम्यूनिशन सप्लाई शिप समेत कई जहाज नेस्तनाबूद कर दिए गए थे। इस दौरान पाक के ऑयल टैंकर भी तबाह हो गए। भारतीय नौसैनिक बेड़े को कराची से 250 किमी की दूरी पर रोका गया और शाम होने तक 150 किमी और पास चले जाने का आदेश दिया गया। 

हमला करने के बाद सुबह होने से पहले तेजी से बेड़े को 150 किमी वापस आ जाने को कहा गया, ताकि बेड़ा पाकिस्तानी बमवर्षकों की पहुंच से दूर हो जाए। हमला भी रूस की ओसा मिसाइल बोट से किया किया। ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत पहले हमला निपट, निर्घट और वीर मिसाइल बोट्स ने किया। सभी बोट्स चार-चार मिसाइलों से लैस थीं। बबरू भान यादव खुद निपट बोट पर मौजूद थे। पहले पी.एन.एस. खैबर, उसके बाद पीएनएस चैलेंजर और पीएनएस मुहाफिज को मिसाइल से बर्बाद कर पानी में डुबो दिया। इस हमले के बाद पाक नेवी सतर्क हो गई। उसने दिन-रात कराची पोर्ट के चारों तरफ छोटे विमानों से निगरानी रखनी शुरू कर दी।

कराची तेल डिपो में लगी आग की लपटों को 60 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता था। ऑपरेशन खत्म होते ही भारतीय नौसैनिक अधिकारी विजय जेरथ ने संदेश भेजा, ’फॉर पीजन्स हैप्पी इन द नेस्ट, रीज्वाइनिंग।’ इस पर उनको जवाब मिला, ’एफ 15 से विनाश के लिए, इससे अच्छी दिवाली हमने आज तक नहीं देखी।’ कराची के तेल डिपो में लगी आग को सात दिनों और सात रातों तक नहीं बुझाया जा सका।

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