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राहुल गांधी ने संघ प्रमुख भागवत के बयान को कहा शर्मनाक , भारतीय सेना के जवानों का अपमान

नई दिल्ली, 12 फरवरी (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत द्वारा सेना और संघ के स्वयंसेवकों पर दिए बयान को शर्मनाक बताते हुए इसे भारतीय सेना के जवानों का अपमान करार दिया है। 

उल्लेखनीय है कि संघ प्रमुख डॉ भागवत ने कल (रविवार) को बिहार के मुजफ्फरपुर में सम्बोधन के दौरान कहा था कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ कोई सैन्य संगठन नहीं है, लेकिन हमारे पास सेना जैसा अनुशासन है। यदि देश की आश्यकता है और देश का संविधान इजाजत देता है तो आएसएस सीमा पर शत्रुओं के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार है। देश की खातिर लड़ाई के लिए आरएसएस कुछ दिनों के भीतर सेना बनाने की क्षमता रखती है। देश के लिए लड़ने की खातिर आरएसएस के पास तीन दिन के भीतर ‘सेना’ तैयार करने की क्षमता है।

इसी सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि आरएसएस प्रमुख ने अपने बयान में हर भारतीय नागरिक का अपमान किया है। ये उनलोगों का भी अपमान है जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया है। ये हमारे राष्ट्रीय ध्वज का भी अपमान है जिसको हर सैनिक सलाम करता है। भागवत का ये बयान शर्मनाक है| ये हमारे जवानों और शहीदों का अपमान है। 

आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि अगर ये बयान किसी दूसरी पार्टी के नेता ने दिया होता तो, भाजपाई अब तक उसे पाकिस्तान भेज देते। मीडिया तो फांसी की सजा की मांग कर देता, लेकिन बात भागवत की है। हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती। 

इसके साथ ही महिला कांग्रेस अध्यक्षा और सांसद सुष्मिता देव ने भी भागवत के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भागवत ने इस तरह का बयान देकर सेना का अपमान किया है। उन्हें अपने बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। 

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