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व्यापारी की हत्या के विरोध में राजा दरवाजा और हड़हा क्षेत्र की दुकानें बन्द रहीं

वाराणसी, 29 अगस्त : चौक थाना क्षेत्र के राजा दरवाजा में बीती रात झोला बैग व्यापारी मोहन निगम की हत्या के विरोध में मंगलवार को राजादरवाजा हड़हा क्षेत्र की दुकानें बंद रहीं। शहर के सबसे व्यस्तम क्षेत्र में हुयी हत्या के विरोध में क्षेत्रीय व्यापारियों और व्यापार संगठन पदाधिकारियों के बीच गहरा आक्रोष बना हुआ है। व्यापारी और क्षेत्रीय लोग मृत व्यापारी के घर शोक संवेदना जताने दिनभर पहुंचते रहे। इस दौरान मृत व्यापारी की पत्नी और अन्य सदस्यों के रूदन से माहौल बोझिल रहा। बेटे परिजन रिश्तेदारों के साथ शुभचिंतक बीएचयू पोस्टर्माटम हाउस पर जुटे रहे। लोग पोस्टमार्टम के बाद शव आने का इंतजार कर दुखद घटना पर आक्रोश भी जताते रहे।

गौरतलब हो कि सोमवार की देर शाम राजाबाजार में झोला बैग के व्यापारी मोहन निगम बारिश और विद्युत कटौती को देख अपनी दुकान बंद करने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान तबीयत खराब महसूस होने पर उन्होंने कर्मचारी अरविंद को दवा लेने भेज दिया। इसी दौरान तीन की संख्या में पहुंचे बदमाश दुकान में आये। कुछ पुछने के बाद अचानक एक ने पिस्टल निकाल ली। पिस्टल देखते ही मोहन निगम ने तुरन्त असलहा पकड़ लिया लेकिन बदमाश ने फायर झोंक दिया। गोली दाहिने हाथ की हथेली को छेदते निकल गई और मोहन गिर पड़े। उसके बाद बदमाश ने एक गोली सामने से मारी जो मोहन के नाक में बांयी तरफ लगी और वे लुढ़क गए। तीसरी गोली बांयी तरफ कनपटी पर मारने के बाद बदमाशों को यकीन हो गया कि मोहन निगम मृत हो चुके है तो हमलावर भुलेटन वाली गली के रास्ते फरार हो गए। 

गोलियों की तड़तड़ाहट सुन क्षेत्रीय नागरिक और परिजन भी वहां पहुंचे। तब तक लाइट आ चुकी थी। गोलियों से छलनी निगम को लेकर परिजन सपा नेता लालू यादव के साथ मंडलीय अस्पताल पहुंचे। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। उधर मंडलीय अस्पताल में चिकित्सकों ने निगम को मृत घोषित कर दिया। इसके बावूजद परिजन निगम को लेकर मलदहिया स्थित निजी नर्सिग होम पहुंचे। वहां भी चिकित्सकों ने जवाब दे दिया। परिजन शव लेकर पुनः मंडलीय अस्पताल पहुंचे। तब तक अस्पताल में आइजी रेंज दीपक रतन, एसपी सिटी दिनेश सिंह व क्राइम ब्रांच की टीम अस्पताल पहुंची और मोहन निगम के साले सुनील निगम व मित्र लालू यादव से घटनाक्रम के बाबत जानकारी ली। 

इसके बाद शव को पोस्टर्माटम हाउस में रखवाया। इसके बाद चौक पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम घटनास्थल पर पहुंची। तो मौके पर तीन खोखे मिले। आसपास के दुकानों में लगे सीसी कैमरे की फुटेज के आधार पर पुलिस हत्यारों की तलाश में जुट गयी। पूछताछ के दौरान पता चला कि मोहन निगम का अपने सगे भाई रामचंद्र निगम से संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। उधर व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला भी सामने आ रहा है।

आठ महीने पूर्व दालमंडी क्षेत्र के शानू, सलमान गैंग ने मोहन निगम के साले से दस लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। मोहन निगम व सुनील निगम प्रापर्टी का धंधा भी करते थे। न देने पर मोहन निगम को जान से मारने की धमकी मिल रही थी। पूर्व में मोहन निगम के दुकान के बाहर बम फेंकने के साथ हवाई फायरिंग की गई थी। रंगदारी मांगने वाले आरोपी बीते आठ अप्रैल को ठठेरी बाजार में हुई सोना लूट डकैती में गिरफ्तार होकर जेल में हैं। चौक पुलिस दोनों पहलुओं पर गहराई से छानबीन कर आरोपियों के धरपकड़ में जुट गयी है।

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