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ओमप्रकाश और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर की बंद कमरे में मुलाकात, नए सियासी समीकरण की चर्चा

लखनऊ । सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर से डालीबाग स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस में मुलाकात की। करीब आधे घंटे तक चली इस मुलाकात को लेकर प्रदेश में नए सियासी समीकरण बनने की चर्चा जोरों पर है और इसे प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 से जोड़कर देखा जा रहा है। चंद्रशेखर ने बीते दिनों अपनी नई पार्टी के गठन का ऐलान किया है।

चंद्रशेखर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 के चुनाव लड़ने की तैयारियां चल रही हैं। 15 मार्च को वह अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे। माना जा रहा है कि राजभर और चंद्रशेखर 2022 में पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यकों को केन्द्र में रखते हुए सियासी मैदान में एक साथ उतर सकते हैं। भाजपा से अपनी सियासी दोस्ती खत्म करने के बाद राजभर वैसे भी नया विकल्प तैयार करने में लगे हुए हैं।

उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया है। मोर्चा में बाबूराम कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी, राष्ट्रीय उदय पार्टी, राष्ट्रीय उपेक्षित समाज पार्टी और जनता क्रांति पार्टी शामिल है। माना जा रहा है कि उन्होंने चंद्रशेखर को भी इससे जुड़ने का न्योता दिया है। वहीं चन्द्रशेखर को भी सियासत में उतरने के लिए एक सहयोगी की दरकार है।

चंद्रशेखर की नई पार्टी में बसपा के उपेक्षित नेताओं के शामिल होने की भी सम्भावना है। कई नेता सदस्यता ग्रहण भी कर चुके हैं। भीम आर्मी के प्रमुख के मुताबिक वह संगठन को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। बसपा के कई और नेता उनसे संपर्क में हैं। इसमें खासकर पश्चिमी यूपी के कई नेता हैं। चंद्रशेखर के मुताबिक पार्टी अपने मौजूदा स्वरूप में संगठन के समानांतर काम करती रहेगी।

इससे पहले चंद्रशेखर रविवार को राजधानी लखनऊ में घंटाघर पर नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के विरोध में चल रहे आंदोलन में शामिल होना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया। चंद्रशेखर ने कहा कि पूरे देश में सीएए व एनआरसी के विरोध में चल रहे आंदोलन में भीम आर्मी अहम भूमिका निभाएगी। वह एससी-एसटी वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं।

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