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कोविड मरीजों के लिए वरदान बना ‘ब्लड लाइन’ का प्लाज्मा बैंक ,650 से ज्यादा मरीजों की बची जान, 1 हजार से अधिक को दिए गए प्लाज्मा

संवाददाता मुंबई.कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में उपयोगी प्लाज्मा थेरेपी के लिए ‘ब्लडलाइन’ का प्लाज्मा बैंक वरदान साबित हुआ है. ठाणे स्थित ‘ब्लडलाइन’ के प्लाज्मा बैंक के माध्यम से अब तक 1 हजार से ज्यादा कोरोना के गंभीर मरीजों को प्लाज्मा दिया गया जिनमें 650 लोग पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए. मुंबई, ठाणे में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 5 अगस्त को ‘ब्लडलाइन’ के प्लाज्मा बैंक की शुरुआत हुई.

760 से ज्यादा लोगों ने दिया प्लाज्मा दान

स्वयं कोरोना से लड़ कर स्वस्थ्य हुए राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड, ठाणे एनसीपी अध्यक्ष पूर्व सांसद आनंद परांजपे सहित कई पुलिसकर्मियों ने भी स्वयं आगे आकर ‘ब्लडलाइन’ के माध्यम से प्लाज्मा डोनेट किया. गृहनिर्माण मंत्री डॉ जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि ‘ब्लडलाइन’ ने समय पर प्लाज्मा देकर कई गंभीर मरीजों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. ‘ब्लडलाइन’ ठाणे जिले का पहला ब्लड बैंक है,जिसे गंभीर मरीजों के लिए प्लाज्मा इकठ्ठा करने की इजाजत मिली. इनकी

प्रभावशाली तकनीक व प्लाज्मा थेरपी से कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में सकारात्मक सफलता मिली. ब्लडलाइन की संचालिका डॉ शिल्पा जैन ने कहा कि प्लाज्मा थेरपी का रिकवरी रेट 60 से 65 प्रतिशत रहा. ब्लडलाइन ने 1 हजार से ज्यादा मरीजों के लिए प्लाज्मा की सप्लाई की,जिसमें लगभग 650 मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए. डॉ. शिल्पा जैन ने कहा कि ठाणे-मुंबई में कुछ गिने चुने ब्लड बैंको को प्लाज्मा संकलन की मंजूरी मिली,जिसमें ब्लडलाइन एक रहा.

कोरोनाकाल में जब परिवार के सभी लोग अस्पताल में एडमिट हुए तब उनके रिश्तेदारों को भी प्लाज्मा के लिए मुश्किलें आईं,ऐसे समय में ‘ब्लडलाइन’ लोगों की मदद में आगे आया और बिना कोई डोनर मांगे सीधे मदद कर 600 से ज्यादा लोगों की जान बचाई.कोरोना मरीज व उनके रिश्तेदारों के ठीक होने के बाद ब्लडलाइन ने डोनर प्राप्त किए.

ठाणे के महापौर नरेश म्हस्के ,पूर्व सांसद किरीट सोमैया आदि लोगों ने ब्लडलाइन के प्लाज्मा बैंक की सराहना करते हुए कहा कि मुश्किल समय में कोरोना मरीजों को प्लाज्मा उपलब्ध कराने के लिए ‘ब्लडलाइन’ अपना योगदान दिया. सरकार द्वारा निर्धारित मात्र 5750 की दर में प्लाज्मा उपलब्ध कराया जा रहा है.

ब्लडलाइन मुंबई,ठाणे में अव्वल

कोरोनाकाल में ‘ब्लडलाइन’ के माध्यम से सर्वाधिक 1 हजार से ज्यादा प्लाज्मा ब्लड बैग का संकलन किया गया. कोंकण विभाग के एफडीए के सह आयुक्त वी. पौनिकर के अनुसार पूरे कोंकण में 13 ब्लड बैंको को प्लाज्मा कलेक्शन की इजाजत दी गई.इनमें सर्वाधिक कलेक्शन ठाणे के ‘ब्लडलाइन’ ब्लड बैंक के माध्यम से हुआ है. इससे कोरोना मरीजों के लिए समय पर मदद मिल सकी .

कई सामाजिक संस्थाओं ने की सराहना

इस दौरान ‘ब्लडलाइन’ को कई संस्थाओं की मदद भी मिली. लालबाग के राजा के पदाधिकारी सुधीर सालवी,लायंस क्लब के मनमोहन मेहता,समाजसेवी धीरज लल्लन आदि लोगो ने कहा कि समय पर रोगियों को प्लाज्मा या ब्लड उपलब्ध कराने में ब्लडलाइन का सराहनीय योगदान रहा है.

11 वर्ष से जारी ‘ब्लडलाइन’ का सेवा अभियान

वर्ष 2009 में स्थापित ब्लडलाइन की वजह से अब तक हजारों गरीब मरीजों को मदद मिली है.’नो प्रॉफिट,नो लॉस’ के आधार पर चलने वाले इस ब्लड बैंक से गरीब व सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को मुफ्त में ब्लड उपलब्ध कराया जाता है.मुंबई के लगभग 125 थैलीसीमिया ग्रस्त बच्चों को मुफ्त ब्लड दिया जाता है.

डॉ शिल्पा जैन ने बताया कि संस्था को ठाणे मनपा के साथ नेशनल एड्स कंट्रोल सोसायटी एवं केंद्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय का सहयोग मिलता है.ठाणे मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा ने कहा कि प्लाज्मा दान करने वालों में ठाणे नंबर एक पर रहा है,जिसका लाभ कोविड मरीजों को मिला है. ब्लड लाइन के सामाजिक कार्यों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने रिजनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन का दर्जा दिया है.

सबसे ज्यादा ब्लड कलेक्शन और जरूरतमंदों को मुफ्त वितरण इस ब्लड बैंक के माध्यम से होता है.ब्लडलाइन से ठाणे, कलवा-मुंब्रा के अलावा जिले के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में वर्ष 2012 से ही प्लेटलेट उपलब्ध कराया जा रहा है.जो भी व्यक्ति ब्लड डोनेट करता है,उसे भी जरूरत के वक्त मुफ्त ब्लड उपलब्ध कराया जाता है.

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